चित्रकूट : पांच दिन पहले जुआ खेलते पकड़े गए आरोपित की संदिग्ध हालात में मौत, जेल में बिगड़ी थी तबीयत
भरतकूप थाना के खमरिया में आइजी बांदा की टीम ने छापामार कर एक बड़ा जुआ पकड़ा था। जिसका संचालन पूर्व दस्यु सरगना अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया का भाई दीपक पटेल कर रहा था लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा था
चित्रकूट, जेएनएन। चित्रकूट में जिला अस्पताल में निरूद्ध बंदी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। वो वह 15 जुलाई को जुआ खेलता हुआ पकड़ा गया था। जुआ खेलते हुए पकड़ा गया था। सोमवार की सुबह सांस लेने की तकलीफ में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उसकी मौत हो गई। पुलिस कई बिंदुओं पर मामले की जांच कर रही है।
आइजी बांदा टीम ने छापामार पकड़ा था बड़ा जुआ : भरतकूप थाना के खमरिया में आइजी बांदा की टीम ने छापामार कर एक बड़ा जुआ पकड़ा था। जिसका संचालन पूर्व दस्यु सरगना अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया का भाई दीपक पटेल कर रहा था, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा था, जबकि दस जुआरी पकड़ गए थे। उसमें 32 वर्षीय अर्जुन सिंह निवासी पुनाहुर थाना बिसंडा बांदा भी था। जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर के मुताबिक रविवार की भोर में करीब चार बजे अचानक अर्जुन की तबीयत खराब हुई। उसको सांस लेने में तकलीफ थी। उसे पहले जेल अस्पताल में दिखाया गया। आराम नहीं मिलने पर सुबह छह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि वह शराबी था। पकड़े जाने के बाद से शराब नहीं मिल रही थी। वहीं कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि नायब तहसीलदार की देखरेख में पंचनामा भरा जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का कारण पता चलेगा। वहीं इस मौत पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। आखिर मौत इलाज के दौरान हुई या फिर कोई और वजह है।