Terrorist in UP : उमर हलमंडी के बहनोई को शहर में तलाश रही ATS, कानपुर से गहरा नाता सामने आया
सालों पहले वह देश छोड़कर पाकिस्तान चला गया है। इस समय अलकायदा समॢथत अंसार गजवातुल हिंद की कमान उमर हलमंडी के हाथों में ही है। एटीएस को पूछताछ में पता चला है कि हलमंडी के परिवार के अन्य सदस्य भी आतंक के इस खेल में शामिल हैं
कानपुर, जेएनएन। अलकायदा आतंकियों से पूछताछ में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) को कई अहम जानकारियां हाथ लगी है। इनमें सबसे प्रमुख बात यह है कि अंसार गजवातुल हिंद के कमांडर उमर हलमंडी का बहनोई भी दहशत के इस खेल में शामिल था और कानपुर में वह काफी सक्रिय था। इस सूचना के बाद एटीएस हलमंडी के बहनोई की तलाश में जुट गई है।
उमर हलमंडी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के संभल जिले का रहने वला है और सालों पहले वह देश छोड़कर पाकिस्तान चला गया है। इस समय अलकायदा समॢथत अंसार गजवातुल हिंद की कमान उमर हलमंडी के हाथों में ही है। एटीएस को पूछताछ में पता चला है कि हलमंडी के परिवार के अन्य सदस्य भी आतंक के इस खेल में शामिल हैं। इनमें से सबसे प्रमुख है उसका बहनोई, जो कि प्लाईवुड का बड़ा कारोबारी है। कारोबार के सिलसिले में उसका कानपुर आना-जाना लंबे समय से है और इसकी आड़ में ही उसने शहर में आतंकवाद समॢथत लोगों की भीड़ तैयार की। चूंकि वह खुद पैसे वाला है, इसलिए उसने शहर में कई धनाड्य लोगों को धर्म के नाम पर आतंकवाद का समर्थन देने के लिए तैयार किया और वह केवल आतंकियों को आॢथक सहायता देते हैं। एटीएस सूत्रों के मुताबिक हलमंडी के बहनोई का मोबाइल अलकायदा आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद से बंद है और उसका कोई अतापता नहीं है। 15 दिन पहले भी उसके कानपुर आने के प्रमाण एटीएस को मिले हैं। एटीएस ने उन लोगों से पूछताछ की है, जिससे वह प्लाईवुड खरीद-फरोख्त का काम करता था। हालांकि पूछताछ के बाद उन सभी को छोड़ दिया गया।