बागान की शुरुआत होने से पहले ही चाय में फिर 40 रुपये तक उछाल
पिछले कुछ समय में चाय की पत्ती की कीमत में चालीस रुपये किलो तक की बढ़ोत्तरी हो गई है। कहा जा रहा है कि बागान दोबारा खुलने के ठीक पहले चाय के भाव फिर 40 रुपये किलो तक बढ़े ऐसा पत्तियों के पुराने स्टाक की कमी होने से हुआ।
कानपुर, जेएनएन। बसंत पंचमी की पूजा के साथ ही मंगलवार को चाय के बागान फिर खुल गए हैं। अब साफ-सफाई के बाद उनमें नई पत्तियां तोड़ी जाने लगेंगे। 17 दिसंबर को बागान बंद होने के बाद चाय की कीमतों में कानपुर में खुली चाय में 50 रुपये किलो तक की कमी आ गई थी लेकिन अब बागान दोबारा खुलने के ठीक पहले चाय के भाव फिर 40 रुपये किलो तक बढ़ चुके हैं।
पिछले वर्ष 17 दिसंबर को चाय के बागान बंद हुए थे। बागान बंद होने वाले दिन खुली चाय में अच्छी चाय जहां 360 रुपये किलो थी, वहीं मध्यम श्रेणी की चाय 270 रुपये और निम्न श्रेणी की चाय 180 रुपये किलो थी। चाय कारोबारियों के मुताबिक बागान बंद होने के बाद जो भी स्टॉक गोदामों में था, वह डिमांड पूरी करने के लिए बाजार उतार दिया गया था। इसकी वजह से सभी क्वालिटी की चाय में कीमतें तेजी से गिरी थीं। अब जल्दी ही नई पत्तियों की चाय आ जाएगी लेकिन इन्हेंं सबसे अच्छी क्वालिटी की चाय माना जाता है, इसलिए वह काफी महंगी भी होती हैं। इसलिए बाजार में जो भी स्टॉक बचा हुआ है, उसकी कीमत बढ़ने लगी है। इसके अलावा दो माह से चाय की पत्ती ना तोड़े जाने की वजह से स्टॉक भी कम हो गया है, इस वजह से भी कीमतें बढ़ रही हैं।
पुरानी पत्तियों का स्टाक कम होने से बढ़ी कीमत
कानपुर चाय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री श्याम अग्रहरि ने कहा कि चाय के बागान बसंत पंचमी की पूजा के साथ ही खुल गए हैं। पुरानी पत्तियों का स्टॉक का कम होने की वजह से कीमतों बढ़ी हैं। भाव उसी स्तर पर आ गए हैं जो बागान बंद होते समय थे।