स्वामी रामभद्राचार्य के खिलाफ दिल्ली में दर्ज मुकदमे की जांच अभी कानपुर नहीं पहुंची, पढ़ें- क्या है मामला
चित्रकूट से पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज कानपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में हैप्पीनेस सेंटर के उद्घाटन पर आए थे। उनके संबोधन से नाराज एक अधिवक्ता ने आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई थी।
कानपुर, जागरण संवाददाता। महात्मा बुद्ध को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के खिलाफ दिल्ली में दर्ज पुलिस शिकायत पर जांच अभी कल्याणपुर पुलिस ने शुरू नहीं की है। कल्याणपुर पुलिस को अभी दिल्ली के फर्श बाजार थाने से कोई स्थानांतरित एफआइआर नहीं मिली है।
पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज 24 फरवरी 2021 को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में हैप्पीनेस सेंटर के उद्घाटन अवसर पर कानपुर आए थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा था कि भारतीय दर्शन को सभी ने जमकर कुचला। मोदी जी भी नहीं समझा पाए कि महात्मा बुद्ध ने भारत का कितना नुकसान किया। भारत को नपुंसक बना डाला। इस प्रकरण में अधिवक्ता डा. सत्य प्रकाश गौतम ने पिछले साल मार्च में दिल्ली के फर्श बाजार थाने में स्वामी रामभद्राचार्य के खिलाफ शिकायत दी थी। अधिवक्ता ने कड़कडड़ूमा कोर्ट में भी अर्जी लगाई थी, जिसका संज्ञान लेकर महानगर दंडाधिकारी के कोर्ट ने पिछले साल 27 मार्च को फर्श बाजार थाना पुलिस से कार्यवाही रिपोर्ट मांगी थी।
फर्श बाजार पुलिस ने अब अदालत को बताया है कि स्वामी जी ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में हैप्पीनेस सेंटर के उद्घाटन के दौरान अपने विचार रखे थे। इस कारण शिकायत को आगे की कार्यवाही के लिए कानपुर के कल्याणपुर थाने को भेज दिया गया है। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि दिल्ली के फर्श बाजार थाने से अभी कोई मुकदमा स्थानांतरित होकर नहीं आया है। जैसे ही आदेश मिलेगा, रिपोर्ट के हिसाब से जांच की जाएगी।