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स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट: यूपी में लखनऊ पहले पायदान पर और कानपुर को मिली तीसरी रैंक

स्वच्छ भारत मिशन द्वारा जारी स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैकिंग में कानपुर ने देश में 21वां और प्रदेश में तीसरा नंबर हासिल किया है। इस बार इंदौर ने बाजी मारी है वहीं उत्तर प्रदेश में लखनऊ पहले पायदान पर रहा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 20 Nov 2021 02:20 PM (IST)Updated: Sat, 20 Nov 2021 02:20 PM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट: यूपी में लखनऊ पहले पायदान पर और कानपुर को मिली तीसरी रैंक
स्वच्छता सर्वेक्षण में सुधार पर महापौर और नगर आयुक्त ने जताई खुशी।

कानपुर, जागरण संवाददाता। शहर को स्वच्छ बनाने की कवायद रंग लाने लगी है, देश में स्वच्छता की रैकिंग चार पायदान ऊपर आकर 21 हो गई है। हालांकि टॉप टेन में स्थान बनाने का सपना अभी पूरा नहीं हो पाया है। वहीं यूपी में कानपुर ने तीसरा स्थान हासिल किया है। रैकिंग में सुधार आने पर महापौर और अफसरों ने खुशी जताई है, वहीं पिछले तीन साल में लगातार बेहतर प्रयासों के चलते 65 से 44 पायदान ऊपर आने से स्वच्छता में सुधार दिखने लगा है। महापौर प्रमिला पांडेय ने टाॅप टेन की रैकिंग में कानपुर को लाने के लिए प्रयास करने की बात कही है।

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स्वच्छ भारत मिशन द्वारा जारी स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैकिंग में कानपुर चार पायदान ऊपर पहुंच गया है। देश में 21वां नंबर प्राप्त किया, पिछली स्वच्छता रैकिंग 2020 में 25 वें नंबर पर कानपुर था। इस बार फिर इंदौर पहले नंबर पर रहा है। वहीं लखनऊ देश में 12वें और प्रदेश में पहले नंबर पर है। उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद दूसरे और कानपुर तीसरे नंबर पर है। पिछली बार उत्तर प्रदेश में कानपुर चौथे नंबर पर था। प्रदेश की रैकिंग में भी शहर एक पायदान ऊपर आ गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैकिंग में देश के चार हजार शहरों को शामिल किया गया था। वर्ष 2019 के स्वच्छता सर्वेक्षण में कानपुर 65 नंबर पर था और तीन साल में 44 पायदान ऊपर पहुंच गया है।

अब टॉप टेन पर है नजर

महापौर और नगर निगम अफसरों ने अब टॉप टेन पर निगाहें गड़ा दी हैं। घर-घर से कूड़ा उठाने और भाऊ सिंह पनकी स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट में पुराने कूड़े का निस्तारण न होने के कारण कानपुर टॉप टेन में नहीं पहुंच पाया है। पिछले साल से गीला और सूखा कूड़ा अलग अलग उठाने की प्रक्रिया शुरू हुई है। कोरोना काल में महापौर ने हर वार्ड में स्वच्छता रैली निकालकर लोगों से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करके देने की अपील की थी। दुकानदारों को डस्टबिन रखने को कहा था और हर वार्ड में विशेष सफाई अभियान भी चलाया गया था।

अमृत महोत्सव पर 172 घंटे लगातार सफाई अभियान चलाकर शहर के कई इलाको को गंदगी से मुक्त किया गया था। नगर आयुक्त शिवशणरप्पा जीएन ने महापौर के साथ स्कूल, अपार्टमेन्ट, कालोनियां और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से गीले कूड़े को एकत्र कर खाद बनाने के लिए प्रोत्साहित किया था। महापौर प्रमिला पांडेय का कहना है कि अब स्वच्छता सर्वे में कानपुर को टॉप टेन में लाने के लिए प्रयास होंगे, जिन बिंदुओं पर कमी रह गई है उन्हें सुधारा जाएगा। हर वार्ड में घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था की जाएगी। नगर आयुक्त शिवशणरप्पा जीएन ने बताया कि प्लांट में पुराना कूड़ा निस्तारण करने की तैयारी की जा रही है।


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