बांदा: युवा किसान को काल के गाल में ले गई आर्थिक तंगी, कर्ज से परेशान कर ली खुदकुशी
पड़ोसियों ने बताया कि वह एक माह पहले अहमदाबाद चला गया था। वहां से वह कुछ दिन पहले ही लौटा था। बेटे की मौत के बाद स्वजन का हाल बेहाल हो गया। पुलिस का कहना है कि हर बिंदु पर छानबीन की जा रही है।
बांदा, जेएनएन। कर्ज से परेशान युवा किसान ने बुधवार काे फंदे से लटक जान दे दी। सुबह काफी देर तक कमरे से नहीं निकलने पर स्वजन ने आवाज दी। कोई भी उत्तर न मिलने पर उसकी मां को शंका होने लगी और उन्होंने खिड़की से झांका देखा तो फांसी पर लटका शव दिखा। जिसके बाद चीख-पुकार मच गई। पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्योटरा गांव निवासी रामलाल निषाद का पुत्र 27 वर्षीय रामदेव मंगलवार रात खाना खाने के बाद कमरे में सोने चला गया। सुबह देर तक कमरे से नहीं निकला तो मां श्यामकली ने आवाज दी। कोई जवाब नहीं मिलने पर खिड़की से झांककर देखा तो चीख निकल गई। बेटे का शव फंदे से लटक रहा था। आसपास के लोग पहुंचे। दारोगा चंद्रकांत ने दरवाजा तोड़ शव नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। स्वजन ने बताया कि रामदेव पांच भाइयों में तीसरे नंबर का था। वह खेती किसानी कर परिवार का भरणपोषण करता था। पत्नी रक्षाबंधन में मायके गई थी, घर में केवल बुजुर्ग मां-बाप और दो छोटे भाई ही थे। उसने किसानी के लिए ट्रैक्टर खरीदा था और कुछ लोगों से कर्ज भी ले रखा था। साहूकार कर्ज को लेकर दबाव बना रहे थे, जिससे वह परेशान रहता था।
एक माह पहले गया था अहमदाबाद: पड़ोसियों ने बताया कि वह एक माह पहले अहमदाबाद चला गया था। वहां से वह कुछ दिन पहले ही लौटा था। बेटे की मौत के बाद स्वजन का हाल बेहाल हो गया। पुलिस का कहना है कि हर बिंदु पर छानबीन की जा रही है। प्रारंभिक जांच में कर्ज से परेशान रहने की बात पता चली है।