Move to Jagran APP

फिल्म या फोटोग्राफी में कॅरियर बनाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए है ये खबर

एआइसीटीई ने दी कालेजों को विभाग खोलने की अनुमति, बीटेक से अलग प्रोग्राम चलाने के लिए कर सकेंगे आवेदन।

By Edited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 01:04 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 01:57 PM (IST)
फिल्म या फोटोग्राफी में कॅरियर बनाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए है ये खबर
फिल्म या फोटोग्राफी में कॅरियर बनाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए है ये खबर
कानपुर,जेएनएन। थ्री-इडियट फिल्म की कहानी एक सीख जरूर दे गई कि छात्र को रुचि के अनुसार पढ़ाई करने से सफलता मिलती है। शायद इस सबक को अखिल भारतीय तकनीकि शिक्षा परिषद समझ चुका है और तकनीकी कॉलेजों में फिल्म, डिजाइन और फोटोग्राफी जैसे प्रोफेशनल कोर्स के लिए मंजूरी दे दी है। फिल्म और फोटोग्राफी में कॅरियर बनाने की सोचने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है, अब उन्हें दिल्ली या फिर मुंबई तक दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। प्रदेश के ही तकनीकि कॉलेजों में भी इसकी पढ़ाई कर सकेंगे। 
डिजाइन, फिल्म व फोटोग्राफी में अपना भविष्य बनाने की ख्वाहिश रखने वाले छात्र इस साल से तकनीकी कॉलेजों में डिजाइन व फिल्म एंड फोटोग्राफी की पढ़ाई कर सकेंगे। बैचलर ऑफ डिजाइन, डिप्लोमा ऑफ डिजाइन, बैचलर ऑफ फिल्म एंड फोटोग्राफी प्रोग्राम को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) से मंजूरी मिल गई है। कॉलेज अब इन प्रोग्रामों का अलग विभाग खोल सकेंगे, जिसकी जमीन बीटेक प्रोग्राम की अपेक्षा कम रहेगी। इस वर्ष कॉलेजों को इस पाठ्यक्रमों की मान्यता एआइसीटीई देगा।
एआइसीटीई व देश के तकनीकी विश्वविद्यालयों से 12वीं पास छात्र डिजाइन व फिल्म एंड फोटोग्राफी प्रोग्राम शुरू करने की मांग कर रहे थे। अभी डिजाइनिंग का कोर्स बीटेक के अंतर्गत चलता था, जबकि फिल्म एंड टेलीविजन का कोर्स तकनीकी कॉलेजों में नहीं था। सत्र 2019-20 के लिए जारी की गई नई गाइडलाइन में यह दो नए प्रोग्राम जोड़े गए हैं। तकनीकी कालेजों में बीए, बीएससी व बीकॉम की पढ़ाई तकनीकी कालेजों में अब बीए, बीएससी व बीकॉम के पाठ्यक्रम शुरू किए जा सकेंगे।
एआइसीटीई की ओर से नई गाइडलाइन जारी करते हुए इसे भी अनुमति दे दी गई है। मानक के अनुसार जमीन व इंफ्रास्ट्रक्चर होने पर कालेज प्रबंधन यह कोर्स संचालित कर सकते हैं। इससे एक ही कैंपस में बीटेक, एमटेक, एमबीए, एमसीए के साथ स्नातक के छात्र भी अध्ययन कर सकेंगे। इसके अलावा एमबीए बंद करके एमसीए शुरू करने की छूट भी दी गई है। पहले एमबीए बंद करने की औपचारिकता पूरी करने के बाद एमसीए के लिए अलग से आवेदन करना पड़ता था।
कॉलेज खोलने के लिए तीन साल तक मौका
एआइसीटीई ने पहली बार उन्हें भी मान्यता देने पर मुहर लगाई है, जिनकी इमारत निर्माणाधीन हैं व जिनमें संसाधन पूरे नहीं हैं। एआइसीटीई के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. मनोज तिवारी ने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत ऐसे कालेज भी इस वर्ष आवेदन कर सकेंगे। उन्हें कॉलेज खोलने के लिए लेटर ऑफ इंटेंट दिया जाएगा। यह तीन वर्ष तक के लिए मान्य होगा। इस अंतराल में इमारत व इंफ्रास्ट्रक्चर पूरा होने पर वह उसका निरीक्षण करवाकर मान्यता प्राप्त कर सकेंगे। नए कालेज खोलने के लिए 14 से होंगे आवेदन इस वर्ष नए कालेज खोलने व पुराने कॉलेज मान्यता की समयावधि बढ़ाने के लिए 14 जनवरी से आवेदन कर सकेंगे। उनके आवेदन तीन फरवरी तक लिए जाएंगे। जबकि 2020-21 में नए कालेजों की मान्यता पर रोक लगाई गई है।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.