CBSE के बाद अब यूपी और आइसीएसई बोर्ड पर निगाहें, जानें-कबतक हो सकती परीक्षाएं
शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के बीच तरह-तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं कानपुर नगर से लाखों परीक्षार्थी शामिल होते हैं। अगर इन दोनों बोर्डों की ओर से भी परीक्षाएं अप्रैल-मई में कराई गईं तो छात्रों को पर्याप्त समय मिल सकता है।
कानपुर, जेएनएन। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने गुरुवार को घोषणा कर बता दिया कि सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं चार मई से शुरू होंगी। उनकी घोषणा के बाद से ही अब लाखों छात्र-छात्राओं की निगाहें यूपी व आइसीएसई बोर्ड पर टिक गई हैं। जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 में जहां औसतन 1.05 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे, वहीं आइसीएसई बोर्ड से भी लगभग 10000 छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठेंगे।
छात्र-छात्राओं के अलावा यह मुद्दा शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की भी जुबां पर है। सभी परीक्षा तिथियों को लेकर तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। आइसीएसई और यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पिछले साल फरवरी-मार्च में हो गई थीं। ऐसे में अगर इन दोनों बोर्डों की ओर से भी परीक्षाएं अप्रैल-मई में कराई गईं तो छात्रों को पर्याप्त समय मिल सकता है।
मार्च व अप्रैल में परीक्षा कराए जाने के संकेत
कुछ दिनों पहले काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआइएससीई) के सचिव गैरी आर्थून ने प्रधानाचार्यों संग ऑनलाइन संवाद करते हुए परीक्षाएं अप्रैल में कराने के संकेत दिए थे। वहीं यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला भी कह चुके हैं, कि 15 जनवरी के बाद यूपी बोर्ड की ओर से परीक्षा स्कीम जारी हो सकती है। परीक्षार्थी व जिम्मेदार अपनी तैयारियों पर फोकस रखें।
- परीक्षाओं के लिए स्कूल पूरी तरह से तैयार हैं। बोर्ड स्टूडेंट्स का पाठ्यक्रम भी पूुरा कराया जा चुका है। बस अब परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार है। -केवी विंसेंट, सिटी कोआर्डिनेटर, आइसीएसई