नकल में बुक करने पर छात्रों ने की विवि में तोड़फोड़
एमबीए व बीबीए की सेमेस्टर परीक्षा के दौरान आइबीएम में हुआ हंगामा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विवि (सीएसजेएमयू) में बीबीए की सेमेस्टर परीक्षा के दौरान नकल में पकड़े जाने पर छात्र ने सहपाठियों के साथ इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट विभाग (आइबीएम) में तोड़फोड़ की। इस दौरान उन्होंने जमकर हंगामा किया। इन उपद्रवी छात्रों ने अगली परीक्षा देने वाले छात्र छात्राओं को अंदर नहीं जाने दिया और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुलसचिव, चीफ प्रॉक्टर, निदेशक व पुलिस ने मामला शांत करने का प्रयास किया, लेकिन छात्र नहीं माने। ढाई घंटे तक उपद्रवी छात्र आइबीएम के मुख्य द्वार के सामने बैठे रहे और आवाजाही नहीं होने दी।
सुबह 10 से एक बजे तक बीबीए प्रथम, बीबीए व एमबीए तृतीय सत्र के छात्र छात्राओं की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के दौरान जांच कर रही महिला कक्ष निरीक्षक को बीबीए के एक छात्र के पास नकल की पर्ची मिली। उन्होंने उसे अनफेयर मीन्स (यूएफएम) में बुक कर दिया। छात्र ने कहा कि यह पर्ची उसकी नहीं है। महिला शिक्षक ने बोला कि पर्ची मिलने पर मामला यूएफएम कमेटी के पास जाता है। अगर आप नकल नहीं कर रहे थे तो कमेटी आपको क्लीनचिट दे देगी। इस पर छात्र ने हंगामा शुरू कर दिया। यह देख सहपाठी वहां पहुंच गए और उनमें से कुछ छात्र उसका पक्ष लेने लगे। परीक्षा खत्म होते ही सभी छात्र बाहर निकल आए और उनमें से कुछ ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। इंस्टीट्यूट के मुख्य द्वार का शीशा तोड़ दिया। हंगामा बढ़ता देख कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव, चीफ प्रॉक्टर डॉ. संदीप सिंह व पुलिस टीम वहां पहुंची। उनके समझाने के बाद भी छात्र हंगामा करते रहे।
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दूसरी परीक्षा पौने तीन घंटे देरी से शुरू हो सकी
पुलिस के सख्ती व लाउडस्पीकर पर अनाउंस करने के बाद बीबीए व एमबीए के उन छात्र छात्राओं को परीक्षा देने के लिए अंदर लाया गया, जिनकी अगली पाली में दोपहर दो से पांच बजे तक परीक्षा होनी थी। हंगामे के चलते दूसरी पाली की परीक्षा में शामिल होने वाले इन छात्रों की परीक्षा दो बजे शुरू होने के बजाय पौने पांच बजे शुरू हो सकी। कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। मामला यूएफएम कमेटी में रखा जाएगा। उसका निर्णय मान्य होगा।