स्मार्ट सिटी कानपुर : चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस का कैमरा पकड़ेगा चोरी का वाहन, देगा फर्जी नंबर प्लेट की जानकारी
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरी का वाहन और फर्जी नंबर प्लेट की जानकारी मिल जाएगी। ट्रैफिक सिस्टम में नया साफ्टवेयर इंस्टाल होते ही कार्रवाई शुरू हो जाएगी लखनऊ में प्रयोग जारी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। चोरी की गाड़ी या गलत नंबर प्लेट लगाकर सफर करने वाले सावधान हो जाएं। जल्द ही उनकी यह हरकत भी पकड़ में आ जाएगी। यातायात पुलिस स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एक नया साफ्टवेयर लांच करने जा रही है, जिसमें सीसीटीवी कैमरे में किसी वाहन की फोटो कैद होते ही साफ्टवेयर बता देगा कि यह गाड़ी चोरी की है या गाड़ी में फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जब से आनलाइन चालान शुरू हुए हैं, तब से विशेष अभियानों को छोड़कर पुलिस सीधे गाड़ी रोककर चेकिंग नहीं करती। अपराधी इसका फायदा उठा रहे हैं। चोरी की गाड़ी में उसी नंबर की प्लेट लगाकर घूमते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि अगर चालान हुआ तो उनका क्या जाएगा। जो समस्या होगी वह गाड़ी मालिक को होगी। कई अपराधी ऐसे भी हैं जो चोरी की गाड़ी में नंबर प्लेट बदल देते हैं। कुछ ऐसे हैं, जो कि केवल इसलिए अपने वाहन की नंबर प्लेट बदल रहे हैं, ताकि चालान होने पर उन्हें कोई समस्या खड़ी न हो। पिछले कुछ महीनों में ऐसे तमाम मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें चोरी गई गाड़ी का चालान हुआ है। कुछ ऐसे भी चालान हुए हैं, जिसमें फर्जी वाहन प्लेट लगी होने की वजह से बाइक का चालान सीट बेल्ट पर हो गया।
एडीसीपी राहुल मिठास ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर की सड़कों पर निगरानी और चालान काट रहे कैमरों में जल्द ही एक नया साफ्टवेयर इंस्टाल किया जाने वाला है, जिसके माध्यम से चोरी की गाड़ी का नंबर सीसीटीवी कैमरे में कैद होते ही वह कंट्रोल रूम को बता देगा कि उसने जिस गाड़ी का फोटो अभी खींची है, उसकी रिपोर्ट चोरी में दर्ज है। इसके अलावा वह यह भी बता देगा कि अमुख वाहन में फर्जी नंबर प्लेट लगी है। तत्काल पता चलने की वजह से ऐसे वाहनों को जल्द ही पुलिस की मदद से पकड़ लिया जाएगा।
लखनऊ कमिश्नरेट ने शुरू किया है प्रयोग : नए साफ्टवेयर के जरिए चोरी और गलत नंबर प्लेट वाली गाडिय़ों को पकडऩे की योजना लखनऊ कमिश्नरेट में लागू हो चुकी है। लखनऊ के बाद इस व्यवस्था को लागू करने वाला कानपुर नगर प्रदेश का दूसरा महानगर होगा।