घाटमपुर उपचुनाव: बसपा से मुकाबले को सपा-कांग्रेस व भाजपा ने उतारा पुराना बसपाई काडर
घाटमपुर उपचुनाव में राजनीतिक जीत के लिए उस तरह से सभी प्रयास कर रहे हैं ताकि आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव की राह सशक्त कर सकें। भाजपा सपा और कांग्रेस ने बसपा के वोट बैंक पर निशाना साधा है।
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर उपचुनाव को आने वाले 2022 के चुनाव का आगाज मानकर राजनीतिक दल सारे तीन तिकड़म आजमा रहे हैं। भाजपा, सपा और कांग्रेस सभी अब बसपा के आधार वोट पर सेंध के लिए निशाना साधे हैं। सभी राजनीतिक दल बसपा से निष्काषित या त्यागपत्र देकर शामिल हुए पुराने काडर को क्षेत्र में उतार दिया है। उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के लिए वोट जुटाने के लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से इंद्रजीत सरोज, विशम्भर निषाद, डॉ. केके सचान, तिलकचंद्र अहिरवार, मिथलेश कटियार समेत दर्जन भर ऐसे कद्दावर नेताओं को मैदान में उतारा गया है, जो बसपा काडर के महत्वपूर्ण चेहरे रह चुके हैं।
एमएलसी एवं बसपा के आधार स्तंभ रहे तिलकचंद्र अहिरवार कहते हैं कि वह चुनाव में जाटव मतदाताओं के बीच मायावती की पोल खोल उन्हें सपा के साथ जोड़ने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने की बागडोर थामे राजाराम पाल खुद बसपा के पुराने काडर हैं। जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष से लेकर यहां तक सियासी सफर करने वाले राजाराम ने बसपा की टिकट से विधायक व सांसद तक का सफर तय किया है।
कांग्रेस से 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने बसपा काडर के बीच जबर्दस्त पैठ के बूते ही जीता था। इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार मे जालौन गरौठा सीट से बसपा के सांसद एवं पूर्व काओर्डिनेटर बृजलाल खाबड़ी व कन्नौज से बसपा की टिकट पर अखिलेश यादव से मुकाबिल हो चुके राजेश ¨सह को उतारा गया है। राजेश गो¨वदनगर से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ी करिश्मा ठाकुर के पिता हैं। प्रदेश कांग्रेस महासचिव राकेश सचान कहते हैं कि जल्द ही नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार के लिए घाटमपुर आएंगे।
भाजपा भी बसपा काडर को हथियाने में पीछे नही है। भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में बसपा की स्थापना से जुड़ कर लंबा सफर तय कर विधायक मंत्री रहे बिल्हौर विधायक भगवती सागर जुटे हैं। सागर के साथ रसूलाबाद सीट से बसपा से चुनाव लड़ी पूनम गौतम संखवार भी उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए दिन रात एक कर रही हैं। काडर से जुड़े नेताओं का लक्ष्य बसपा आधार के अधिकाधिक मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का है।