बांदा: पिता ने कहा ठंड लग जाएगी घर के अंदर बैठो तो पुत्र ने डंडे से पीटकर की हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार
जलालपुर के मजरा गौरा निवासी 70 वर्षीय रामभवन वर्मा की उसके पुत्र रामकुमार ने सोमवार सुबह डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्यारोपित पुत्र घटनास्थल में डंडा फेंककर खेतों व गांव में घूमने लगा। सीओ बबेरू सियाराम ने बताया कि हत्यारोपित का मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहता था।
बांदा, जागरण संवाददाता। खुले आंगन से उठकर अंदर बैठने को कहने पर पुत्र ने पिता की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारोपित डंडा फेंककर गांव में भगवानों के जयकारे लगाने लगा। जिससे ग्रामीण भी दहशत में आ गए। हालांकि बाद में उसे ग्रामीणों ने बांधकर पुलिस के हवाले किया है। पुलिस व स्वजन मानसिक संतुलन ठीक न होने से घटना करना बता रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम जलालपुर के मजरा गौरा निवासी 70 वर्षीय रामभवन वर्मा का पुत्र रामकुमार सोमवार सुबह खुले आंगन में बैठा था। पिता ने सर्दी से बचने को उसे उठकर अंदर बैठने को कहा तो पुत्र आक्रोशित हो उठा। पुत्र ने डंडे से पिता पर हमला कर दिया। वह कुछ समझ पाते आरोपित पुत्र ने उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। शोर सुनकर जब तक घर में मौजूद मां चंदा देवी व हमलावर की पत्नी रेखा बचाने पहुंचीं तब तक हत्यारोपित पुत्र घटनास्थल में डंडा फेंककर खेतों की ओर भाग गया। इसके बाद गांव में आकर उसने भगवानों के जयकारे लगाना शुरू कर दिया। गांव के लोग उनके ऊपर वह हमला न कर दे, डरे सहमे रहे। बाद में एकजुट होकर ग्रामीणों ने उसके रस्सी से हाथ-पैर घर के नजदीक बांध दिए। पुलिस को घटना की सूचना दी गई। सीओ बबेरू सियाराम, कोतवाली प्रभारी कृष्ण कुमार पांडे ने घटनास्थल का मौका मुआयना करते हुए हत्यारोपित पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपित की मां व मृतक के छोटे भाई रामप्रसाद ने बताया कि हमलावर रामकुमार पूजा-पाठ अधिक करता था। इससे इधर चार-पांच दिनों से उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहता था। जिसके चलते पिता के अंदर बैठने को कहने पर गुस्साकर उसने घटना कर दी है। मां की तहरीर पर पुलिस ने हत्यारोपित के पुत्र के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। सीओ ने बताया कि आला कत्ल डंडा घटनास्थल से बरामद करने के साथ लिखा-पढ़ी की कार्रवाई पूरी की गई है।
बंटवारा होने से रहता था अलग: मृतक रामभवन के पास दस बीघा जमीन थी। जिसमें वह कृषि कार्य करते थे। हत्यारोपित पुत्र बंटवारा होने से घर में ही अलग रहता था। वह भी मानसिक संतुलन बिगडऩे के पहले कृषि कार्य में सहयोग करता रहा है।