बीटेक-एमटेक, एमबीए की पढ़ाई से पहले पिता की हैसियत बताएंगे छात्र, समाज कल्याण निदेशालय ने की नई व्यवस्था
इंजीनियरिंग और डिग्री कालेजों में शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए शपथ पत्र पर छात्रों को पिता की आय का प्रमाण पत्र भी अनिवार्य रूप से देना होगा इसमें गड़बड़ी पर कार्रवाई भी हो सकती है। शपथ पत्र की सत्यता के आधार पर ही छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति दी जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। बीटेक, एमटेक, एमबीए आदि की पढ़ाई कर रहे छात्रों को शुल्क प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति तभी मिलेगी जब वे शपथ पत्र देकर अपने पिता या अभिभावक की हैसियत बताएंगे। उन्हें बताना होगा कि उनका मकान पक्का है या कच्चा। वार्षिक आय ढाई लाख रुपये से कम है। इतना ही नहीं यह भी लिखकर देना होगा कि उनके द्वारा दी गई सूचना अगर गलत पाई जाए तो विभाग उसके विरुद्ध विधिक कार्रवाई कर सकता है। समाज कल्याण विभाग ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि शुल्क प्रतिपूर्ति व छात्रवृत्ति में होने वाली अनियमितताओं को रोका जा सके।
अभी तमाम छात्र-छात्राएं शुल्क प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति के लिए तथ्यों को छिपाकर आय प्रमाण पत्र बनवा लेते हैं। इस वजह से तमाम पात्र योजना के लाभ से वंचित हो जाते हैं। इसी फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब छात्रों से शपथ पत्र भी भरवाया जाएगा। वे आय प्रमाण पत्र तो लगाएंगे ही, शपथ पत्र भी देंगे। अगर वे कोई गलत जानकारी देंगे तो स्वत: जिम्मेदार माने जाएंगे। ऐसे छात्र-छात्राएं जिनके परिवार में 18 से 59 साल की उम्र का कोई पुरुष सदस्य नहीं होगा या 25 वर्ष से अधिक आयु का कोई व्यक्ति शिक्षित नहीं होगा और कच्चा मकान होगा, उसे शुल्क प्रतिपूर्ति देने में प्राथमिकता दी जाएगी। शपथ पत्र में बताना होगा कि घर की मुखिया महिला है पुरुष। यह शपथ पत्र संबंधित कालेज के माध्यम से समाज कल्याण विभाग के पास आएगा। यह जानकारी आनलाइन भी देनी होगी। यह व्यवस्था कक्षा 10 व उससे ऊपर की कक्षाओं के छात्रों के लिए की गई है।