सराफा कारोबारी पर हमला---- .. तो क्या लूट नहीं हत्या के इरादे से आए थे बदमाश
सराफा कारोबारी के घायल बेटे को दो नहीं बल्कि चार गोलियां मारी गई पुलिस के खड़े हुए कान।
- सराफा कारोबारी के घायल बेटे को दो नहीं बल्कि चार गोलियां मारी गई, पुलिस के खड़े हुए कान
- जेवरों के लूट का कोई साक्ष्य पुलिस को अब तक नहीं मिला, रंजिश पर जांच
जागरण संवाददाता, कानपुर: नौबस्ता थानाक्षेत्र में बुधवार रात सराफा कारोबारी पिता-पुत्र को गोली मारने की घटना क्या हत्या के इरादे से की गई थी। सराफा के घायल बेटे को लगी गोलियों की संख्या देखते हुए पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी है। पुलिस अब रंजिश के एंगिल को देख रही है। पीड़ित से पूछताछ कर यह पड़ताल की जा रही है कि अगर यह मामला हत्या से जुड़ा है तो कौन हो सकता है।
यह था मामला
एम ब्लाक किदवई नगर निवासी सुरेश वर्मा की के ब्लाक में गायत्री ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे वह दुकान बंद कर रहे थे। उनके साथ 30 वर्षीय बेटा शशांक वर्मा भी था। इसी बीच गोलीबारी शुरू हो गई। इससे पहले वह कुछ समझ पाते पीछे से किसी ने सटाकर उनको गोली मार दी। गोली दाहिनी बाजू पर लगी और आरपार हो गई। यह देखकर सुरेश का बेटा शशांक पड़ोस की दुकान ग्लोरी बेकरी की ओर भागा। मगर, इसी दौरान एक बदमाश ने रायफल की नाल मारकर शशांक के कंधे पर पड़ा बैग नीचे गिरा दिया। दूसरे बदमाश ने पीछे से शशांक को गोली मार दी, जो कि बायीं ओर कंधे व सीने के बीच लगते हुए आरपार हो गई। इस दौरान बदमाशों ने कई गोलियां चलाई।
लखनऊ में मेडिकल जांच के बाद सामने आया है कि शशांक को दो नहीं बल्कि चार गोलियां लगी थीं। दो गोलियां निकाल दी गई, जबकि दो को बाद में निकाला जाएगा। जिस तरह से शशांक पर ताबड़तोड़ गोलियां मारी गई हैं, उससे यह आशंका बढ़ गई है कि क्या बदमाशों का इरादा हत्या करना था। जिस तरह से बदमाश गाड़ी से उतरते ही गालियां दे रहे थे, उससे भी रंजिश की संभावना बढ़ रही है। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया पीड़ित परिवार से पूछताछ की जा रही है, ताकि रंजिश के एंगिल पर भी जांच की जा सके।