Make In India को बढ़ावा, जानें- अब कौन करेगा सेना और पुलिस को हथियारों की सप्लाई
कानपुर में स्थित स्माल आर्म्स फैक्ट्री में महाप्रबंधक एके मौर्या ने प्रूफ टेस्टिंग ट्रायल का मुआयना किया। उन्होंने ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन एलएमजी व कार्बाइन का बड़ा ऑर्डर मिलने की उम्मीद पर आधुनिकीकरण के निर्देश दिए हैं ।
कानपुर, जेएनएन। दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने को देश की सेना की ताकत अब स्माल आम्र्स फैक्ट्री (एसएएफ) में बनने वाले सैन्य हथियार बढ़ाएंगे। यहां बनने वाली ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन (जेवीपीसी), लाइट मशीन गन (एलएमजी) और सीक्यूबी कार्बाइन का बड़ा ऑर्डर सेना और पुलिस की ओर से जल्द ही मिलने के संकेत आर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को मिले हैं। इसके बाद एसएएफ से उसकी आपूर्ति की जाएगी।
दो माह पहले ही ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन का परीक्षण सफल हो चुका है। परीक्षण के दौरान पुणे स्थित एयर आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट के 12 से अधिक इंजीनियर एसएएफ आए थे। शुक्रवार को एसएएफ के महाप्रबंधक एके मौर्या ने डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस की यूनिट वरिष्ठ गुणता आश्वासन स्थापना में स्थित प्रूफ रेंज का जायजा लिया। यहां पर उन्होंने मैग गन, एलएमजी, कार्बाइन व जेवीपीसी की फायरिंग-वे का निरीक्षण किया।
इन सैन्य हथियारों की गुणवत्ता को उच्च स्तरीय बनाए रखने के लिए जीएम ने स्थापना प्रमुख कर्नल अमित शर्मा से काफी देर तक चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में भी एसएएफ अव्वल आने का प्रयास कर रहा है। कहा कि आधुनिकीकरण से संबंधित जरूरतें पूरी कराएं। मानकों के आधार पर आधुनिकीकरण कराने के निर्देश भी जारी किए। कहा कि निर्माण व डीजीक्यूए विंग का काम उच्च स्तरीय हथियार बनाना है। दोनों मिलकर उसे पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
जीएम ने कहा कि सरकार की नीतियों व दिशा-निर्देशों के तहत जैसे-जैसे आयुध निर्माणी निगमीकरण की ओर बढ़ रहीं हैं, वैसे-वैसे अधिकारी स्वावलंबन को लेकर काफी सक्रियता बरत रहे हैं। मेक इन इंडिया को प्राथमिकता में रखकर उपकरण तैयार किए जा रहे हैं। इस दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल वीपी सिंह, एजीएम लोकेश बाजपेई, घनश्याम त्रिपाठी, मान सिंह मीना, जीतेश महतो, राहुल मौर्या और कमलकांत चौधरी आदि मौजूद रहे।