घाट पर अभी पूरा नहीं बन पाया है स्लोब, झाड़िया उग आईं
गंगा बैराज पर 7.32 करोड़ रुपये से बन रहे नौका विहार (बोट क्लब) का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है जबकि इसे इसी वर्ष जुलाई में चालू होना था।
जागरण संवाददाता, कानपुर : गंगा बैराज पर 7.32 करोड़ रुपये से बन रहे नौका विहार (बोट क्लब) का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है जबकि इसे इसी वर्ष जुलाई में चालू होना था। घाट पर स्लोब अधूरा है और देखरेख के अभाव में वहां झाड़ियां उग आई हैं। बॉटनिकल गार्डन से रास्ता जोड़ दिया गया है लेकिन बोट क्लब ताले में कैद है। करोड़ों रुपये लगने के बाद भी लोगों के लिए नौका विहार ख्वाब ही बना है।
सिंचाई विभाग ने जनवरी 2017 में नौका विहार का निर्माण शुरू किया था। निर्माण के लिए केडीए ने अवस्थापना निधि से धनराशि दी। जनता के घूमने का साथ ही नौका प्रतियोगिताओं के लिए बोट क्लब बनाया जा रहा है। जुलाई 2019 तक नौका विहार चालू होना था, लेकिन अभी तक नहीं चालू हो पाया है। कार्य की स्थिति को देखते हुए फिलहाल जल्दी चालू होते नहीं दिख रहा है।
घटिया काम पकड़े थे तत्कालीन मंडलायुक्त ने
तत्कालीन मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने नौका विहार में हो रहे घटिया कामों को पकड़ा था। पत्थर छूने से ही उखड़ रहे थे। उन्होंने जांच के आदेश भी दिए लेकिन हुआ कुछ नहीं। नौका विहार में बनीं हट (झोपड़ी) का रखरखाव न होने से पॉलिश उखड़ने लगी है। गंगा की तरफ स्लोब अधूरी है। चारों तरफ उगी झाड़ियां अवरोध बनी हैं। ठीक से जांच हो तो खेल खुले। नौका विहार का हाल
स्थान- गंगा बैराज (सिंचाई विभाग के कार्यालय के पीछे)
निर्माण- बोट क्लब और घाटों का निर्माण
लागत- 11 करोड़ रुपये
केडीए ने धन दिया- 7.32 करोड़ रुपये
धन मिला- केडीए अवस्थापना निधि से
बाकी धन खर्च होना-बोट खरीदने आदि में
काम शुरू हुआ- जनवरी 2017
पूरा होना था - जुलाई 2019 तक
लंबाई- 526 मीटर
घाट बने- दो
लकड़ी की झोपड़ी- एक वीआइपी और पांच आम जन के लिए
यह भी हुए काम - आधुनिक लाइट्स, जल निकासी व हरियाली की भी व्यवस्था
रास्ता जोड़ा - बॉटनिकल गार्डन के बगल से रास्ता क्लब तक जोड़ा गया है।
यह होगी व्यवस्था - नौका प्रतियोगिताएं होंगी
क्लब के संचालन व बोट खरीदने को अभी तक नहीं बनी कमेटी
क्लब के संचालन और बोट खरीदने के लिए कमेटी बननी है लेकिन अभी तक कमेटी नहीं बन पाई है।