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CSJMU Kanpur: छठवें वेतनमान पर कार्यरत शिक्षकों की प्रोन्नति पर विचार, विश्वविद्यालयों में तैयारी

सीएसजेएम विश्वविद्यालय में स्ववित्तपोषित योजना के तहत छठवें वेतनमान पर कार्यरत शिक्षकों की प्रोन्नति पर प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है। इससे सातवें वेतनमान का लाभ मिलने की उम्मीद है और दूसरे विश्वविद्यालयों में भी तैयारी चल रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 07:54 AM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 07:54 AM (IST)
CSJMU Kanpur: छठवें वेतनमान पर कार्यरत शिक्षकों की प्रोन्नति पर विचार, विश्वविद्यालयों में तैयारी
कैस का लाभ दिए जाने की तैयारी हो रही है।

कानपुर, जागरण संवाददाता : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में नियुक्त शिक्षकों को कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) का लाभ देने की तैयारी हो रही है। वित्त समिति की बैठक में चर्चा हुई है, ताकि शिक्षण व्यवस्था में प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। इसके साथ ही एचबीटीयू व सीएसए विवि में भी कैस का लाभ दिए जाने की तैयारी हो रही है।

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सीएसजेएम विवि के विभिन्न स्कूल आफ स्टडीज में कुछ शिक्षकों की नियुक्ति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग या अखिल भारतीय शिक्षा परिषद की ओर से अनुशंसित नियमित वेतनमान में की गई थी। कार्यपरिषद के अनुमोदन के बाद एक अप्रैल 2019 से छठवां वेतनमान दिया गया, जबकि यूजीसी के आदेश के तहत शिक्षकों के लिए सातवें वेतनमान में कैरियर एडवांसमेंट स्कीम की व्यवस्था अनुमन्य की जा चुकी है। विश्वविद्यालय के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में नियुक्त शिक्षकों को एक दशक से ज्यादा कार्यकाल होने के बाद भी कैरियर एडवांसमेंट स्कीम का लाभ नहीं मिला है, इससे उनके कैरियर में ठहराव बना है।

अधिकारियों ने बताया कि इसी वजह से कई वरिष्ठ व अनुभवी शिक्षक अन्यत्र नियुक्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं। इधर, प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग की ओर से वर्ष 2018 में जारी शासनादेश में भी यह निर्देश दिए जा चुके हैं कि किसी भी स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम में शुल्क के रूप में प्राप्त धनराशि में से अधिकतम 75 प्रतिशत धनराशि शिक्षकों के वेतन भत्तों पर व्यय की जा सकती है। लिहाजा वित्त समिति ने इन शिक्षकों को कैस का लाभ दिये जाने पर विचार किया जा रहा है।


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