साहब हमाई पेंशन देवाइ देव, बउवा हमाओ दूनौ पैर ते दिव्यांग आहीं, चलै फिरै मा बहुत मुसीबत है
दूनौ पैरन ते चले नाही पावत हैं। गुजर बसर खातिर मोहल्ला वाले हमाओ वृद्धा और बेटवा केर दिव्यांग पेंशन केर फारम भराइन हतै। तब से चक्कर काट रही हन कोऊ सुनै वाला नाहि। जनप्रतिनिधियों के लिए कैलाशी देवी का कहना था कि सब नेता खाली अपन मुंह चलावत हैं।
कानपुर, जेएनएन। साहब हमाई पेंशन देवाइ देव, बउवा हमाओ दूनौ पैर ते दिव्यांग आहीं, चलै फिरै मा मुसीबत है। कोउ हमाई मदद नाही करेस। साहब लोगन के हिन चक्कर काट कर पका गई हन कहूं मदद न मिली। बड़ी उम्मीदन ते आपके तीर आइ हन अब आपै कछु मदद कर देओ। यह बातें बुधवार को नम आंखे और रुंधे गले से संभरपुर सिंहपुर निवासी 82 वर्षीय वृद्धा कैलाशी देवी ने सिंहपुर चौराहे पर पिकेट ड्यूटी पर तैनात दारोगा सत्येंद्र सिंह से की। वृद्धा के हाथ जोड़कर निवेदन करने से दारोगा खुद को नहीं रोक पाए। उन्होंने पहले वृद्धा को पानी पिलाया और उनसे जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बारे में पूछा। तो वृद्धा का कहना था कि साहब 25 बरस पहले पति की मौत हो गई थी। एक बेटवा 20 बरस के रामनारायण हैं।
दूनौ पैरन ते चले नाही पावत हैं। गुजर बसर खातिर मोहल्ला वाले हमाओ वृद्धा और बेटवा केर दिव्यांग पेंशन केर फारम भराइन हतै। तब से चक्कर काट रही हन कोऊ सुनै वाला नाहि। जनप्रतिनिधियों के लिए कैलाशी देवी का कहना था कि सब नेता खाली अपन मुंह चलावत हैं। वोट मांगत समय बड़ी-बड़ी बात करत हैं, जीतै के बाद कोऊ नाही झाकन आवत है। पेंशन मिलै या न मिलै उनकेर तो काम चलै रहे हैं। वृद्धा की बात सुनने के बाद दारोगा ने वृद्धा को हर संभव मदद का भरोसा दिलाने के साथ ही उन्हेंं पुलिस कर्मियों के साथ घर भेजा।