Sikh Riots1984: छह मुकदमों में गवाही के आधार पर 29 आरोपितों के नाम आ चुके सामने
दंगे के आरोपितों का सत्यापन करने में जुटी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम आधा दर्जन व्यक्तियों की हो चुकी मौत अन्य लोगों का ब्योरा जुटा रही टीम इसी साल फरवरी में एसआइटी को थाने का दर्जा व अधिकार दिए गए थे सत्यापन होने के बाद ही आरोपितों पर हो सकेगी कार्रवाई।
कानपुर, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगे के दौरान दर्ज मुकदमों की विवेचना में जुटी एसआइटी अब आरोपितों का सत्यापन कर रही है। गवाहों के बयान के आधार पर छह मुकदमों में अब तक 29 व्यक्तियों के नाम प्रकाश में आए हैं, जो वारदात करने में शामिल थे। उसमें से छह व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।
वर्ष 1984 में हुए दंगों की जांच के लिए पिछले वर्ष शासन की ओर से एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन किया गया था। इसी साल फरवरी में एसआइटी को थाने का दर्जा व अधिकार भी दिए गए थे। टीम ने फाइनल रिपोर्ट वाले हत्या, लूट, डकैती के कुल 28 मुकदमे चिह्नित किए गए थे। जिसमें से 17 मामलों में अग्रिम विवेचना शुरू की गई। इन 17 मामलों में भी केवल छह केस में गवाह सामने आए हैं। दो मामलों में कोर्ट में इन गवाहों के बयान भी कराए जा चुके हैं।
इनका ये है कहना
एसआइटी के एसपी बालेंदु भूषण ने बताया कि जिन छह मामलों में गवाह मिले हैं, उनके बयानों के आधार पर वारदात करने या कराने में 29 व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं। सभी का सत्यापन कराया जा रहा है। वह कहां और किस हाल में हैं? यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है। छह लोगों की तो कुछ वर्ष पूर्व मौत भी हो चुकी है। सत्यापन होने के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी।