Sikh Riots 1984: पीड़ित परिवारों के बयान तय करेंगे पांच आरोपितों का गुनाह, एसआइटी के एसपी ने कही ये बात
Sikh Riots 1984 पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगे के दौरान कई सिखों के घरों से लाखों का माल लूटा गया था। पुलिस ने उसमें से काफी सामान आसपास रहने वालों से बरामद कर लिया था।
कानपुर, जेएनएन। Sikh Riots 1984 सिख विरोधी दंगे के दौरान लूटे गए माल की बरामदगी के आधार पर पुलिस ने तीन मुकदमों में जिन 40 लोगों को आरोपित बनाया था, उसमें से छह की पहचान हो गई है। एक व्यक्ति की कुछ वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है और बाकी अपने परिवारों के साथ घटनास्थलों के पास ही रह रहे हैं। एसआइटी पीड़ित परिवारों की गवाही के आधार पर इन आरोपितों को भी दंगाइयों की सूची में शामिल करने की तैयारी कर रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगे के दौरान कई सिखों के घरों से लाखों का माल लूटा गया था। पुलिस ने उसमें से काफी सामान आसपास रहने वालों से बरामद कर लिया था। इसके बाद माल बरामदगी की धारा में मुकदमा भी दर्ज किया गया और आरोपितों के नाम खोले गए थे। पिछले दिनों एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) ने मुकदमों में नामजद लोगों की सूची निकलवाई तो एेसे करीब 40 लोगों के नाम पता लगे। सूत्रों के मुताबिक इसमें से पुलिस ने छह लोगों की पहचान कर ली है, जिसमें से एक की कुछ वर्ष पूर्व मौत हो गई थी।
दंगे की जांच के लिए बनी एसआइटी के एसपी बालेंदु भूषण ने बताया कि विभिन्न थानों की पुलिस ने माल बरामदगी के आधार पर जिन लोगों को आरोपित माना था, उन्हें भी पीड़ित परिवारों के बयानों के आधार पर मुल्जिम बनाया जाएगा। फिलहाल आरोपितों के नाम, पते का सत्यापन कराया जा रहा है। इसमें से कुछ व्यक्तियों का पता लग गया है। उनके खिलाफ पुख्ता सुबूत जुटाए जा रहे हैं।