सीएसजेएमयू समेत देश के अन्य तकनीकी संस्थानों के सात लाख शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
देशभर के बीटेक, डिप्लोमा इंजीनिय¨रग व फार्मेसी कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की तैयारी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : देशभर के बीटेक, डिप्लोमा इंजीनिय¨रग व फार्मेसी कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (एनआइटीटीटीआर) ऑनलाइन कोर्स तैयार कर रहा है। इसमें देशभर में संचालित तकनीकी कालेजों में पढ़ाने वाले सात लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय समेत कानपुर में संचालित 50 तकनीकी कालेजों के शिक्षक भी इनमें शामिल हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशा निर्देश पर एनआइटीटीटीआर इस पाठ्यक्रम को तैयार कर रहा है। आइआइटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस इंजीनिय¨रग विभाग के प्रोफेसर व एनआइटीटीआर निदेशक प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि तकनीकी कॉलेजों में पढ़ाया जाने वाला कोर्स व इंडस्ट्री में काम करने के तरीकों में बहुत फर्क है। इस खाई को पाटने के लिए ही ये पहल की जा रही है।
किताबों से दूर हो रही पढ़ाई :
प्रो. गुप्ता ने बताया कि किताबों से पढ़ने-पढ़ाने की पद्धति खत्म होती जा रही है। इंटरनेट से हर जवाब तलाशा जा रहा है। इससे छात्र कुछ नया नहीं कर पा रहे।
छात्रों में कौशल विकास की कमी :
बीटेक व पॉलीटेक्निक की पढ़ाई में बहुत फर्क होता है। पॉलीटेक्निक में कौशल विकास व प्रयोगात्मक अध्ययन पर जोर रहता है लेकिन ज्यादातर शिक्षण संस्थान इस पर काम नहीं कर रहे। पॉलीटेक्निक के शिक्षकों के लिए अलग पाठ्यक्रम तैयार कराया जा रहा है।
कक्षा में पढ़ाने के तरीके परखे जाएंगे
एनआइटीटीटीआर का शिक्षकों के लिए तैयार किया गया यह पाठ्यक्रम कक्षाओं में उनके पढ़ाने के तरीकों को परखेगा। दो से चार माह के अलग-अलग पाठ्यक्रम तैयार कराये जा रहे हैं। इसमें शिक्षकों को सही ढंग से पढ़ाने के तरीके बताए जाएंगे। कोर्स पूरा करने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
कोर्स में यह विषय होंगे कवर :
-कक्षाओं में किए तरह पढ़ाए
-प्रश्न पत्र कैसे तैयार करें
-परीक्षा के अंकों का वर्गीकरण कैसे करें
-उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करते समय किन बातें का ध्यान रखें
-छात्र को विशेषज्ञ के रूप में कैसे तैयार करें