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सात दिन बाद गंगा में नहीं गिरेगा तीन नालों का पानी,सीसामऊ नाला मोड़ने को लगा पैनल

ढाई करोड़ लीटर सीवर का पानी ट्रीट करने के बाद जाएगा, 31 अक्टूबर तक बंद किए जाने हैं सीसामऊ समेत चार नाले।

By Edited By: Published: Thu, 25 Oct 2018 01:36 AM (IST)Updated: Thu, 25 Oct 2018 10:58 AM (IST)
सात दिन बाद गंगा में नहीं गिरेगा तीन नालों का पानी,सीसामऊ नाला मोड़ने को लगा पैनल
सात दिन बाद गंगा में नहीं गिरेगा तीन नालों का पानी,सीसामऊ नाला मोड़ने को लगा पैनल
कानपुर (जागरण संवाददाता)। कुंभ मेले से पहले गंगा को निर्मल-अविरल करने में जल निगम का अमला जुटा हुआ है। पहले चरण में सीसामऊ नाला समेत चार नालों को बंद करने की तैयारी की जा रही है। सीसामऊ नाला छोड़कर तीन नालों का ढाई करोड़ लीटर दूषित पानी सात दिन में गंगा में गिरने से रुक जाएगा। ये पानी ट्रीट करके डाला जाएगा। नवाबगंज, म्योर मिल और डबका नाला 31 अक्टूबर 2018 तक बंद किया जाना है। नवाबगंज नाला बंद करने को लेकर चैंबर बन गया है। 28 अक्टूबर से ही नाला बंद करने की तैयारी है।
म्योर मिल नाला रोकने के लिए बाबा घाट में नाला बंद करने के साथ ही दूषित पानी को वीआइपी रोड से जाजमऊ जा रही सीवर लाइन में जोड़कर जाजमऊ भेज दिया जाएगा। 85 फीसद काम पूरा हो गया है। लाइन जोड़ने और चैनल लगाने का काम चल रहा है। जाजमऊ के पास स्थित डबका नाला को भी बंद करने का काम 90 फीसद हो गया है।
परियोजना प्रबंधक घनश्याम द्विवेदी ने बताया कि सीसामऊ समेत चारों नालों को 31 अक्टूबर तक बंद कर दिया जाएगा। एक नजर में नालों का हाल नाला गिरता दूषित पानी नवाबगंज 1.5 करोड़ लीटर म्योर मिल 65 लाख लीटर डबका 35 लाख लीटर तीन नाले 2.5 करोड़ लीटर एक माह में बंद होगा परमियापुरवा नाला एक माह में परमियापुरवा नाला बंद हो पाएगा। गंगा बैराज के पास गिरने वाले परमियापुरवा नाला से रोज एक करोड़ लीटर दूषित पानी सीधे गंगा में गिरता है। इसको रोकने के लिए चैंबर बनाया जा रहा है। बाढ़ का पानी भर जाने से काम रुक गया था। नवंबर के अंत तक काम पूरा हो पाएगा। इसके अलावा गुप्तार घाट नाला का काम भी एक पखवारे बाद ही पूरा हो पाएगा। इससे भी 65 लाख लीटर पानी गंगा में गिरता है।
सीसामऊ नाला मोड़ने को लगा पैनल
सीसामऊ नाला मोड़ने को लेकर बुधवार को बिजली का पैनल लगा दिया गया। अस्थायी बिजली कनेक्शन देने के लिए केबिल चारों तरफ बिछाया जा रहा है। सीवर का पानी पंप करने के लिए मोटर लगा दी गई है। इसके अलावा पंपिंग स्टेशन से परमट के बीच तक जोड़ी गई सीवर लाइन का भी परीक्षण किया जा रहा है। 31 अक्टूबर को हर हाल में सीसामऊ नाला गंगा में गिरने से बंद करने और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जाजमऊ दूषित पानी मोड़ने के लिए जल निगम का पूरा अमला जुटा हुआ है। जल निगम के परियोजना प्रबंधक घनश्याम द्विवेदी ने बताया कि नाला बंद करने को चैनल लग गए हैं और सीवर लाइन का परीक्षण भी हो रहा है। केवल बिजली का कनेक्शन मिलना बाकी है। केस्को ने 27 तक अस्थायी कनेक्शन जोड़ने को कहा है। बुधवार को पैनल लगाने के साथ ही ट्रांसफार्मर से केबिल लाइन जोड़ दी है। 28 या 29 अक्टूबर से टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी।

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