Move to Jagran APP

कोतवाली में कत्लेआम मचाने वाले कानपुर के कर्नलगंज सीओ समेत सात को आजीवन कारावास

कोंच कोतवाली के अंदर 2004 में सपा नेता समेत तीन को मारी गई थीं गोलियां जेल भेजे गए अभियुक्त।

By AbhishekEdited By: Published: Fri, 08 Nov 2019 11:42 AM (IST)Updated: Sat, 09 Nov 2019 09:11 AM (IST)
कोतवाली में कत्लेआम मचाने वाले कानपुर के कर्नलगंज सीओ समेत सात को आजीवन कारावास
कोतवाली में कत्लेआम मचाने वाले कानपुर के कर्नलगंज सीओ समेत सात को आजीवन कारावास

जालौन, जेएनएन। 15 साल पहले कोंच कोतवाली के अंदर सपा नेताओं समेत तीन लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या करने के मामले में कानपुर जिले के कर्नलगंज सीओ समेत सात लोगों को गुरुवार को दोषी करार दिया गया था। अपर एवं सत्र न्यायाधीश एडीजे प्रथम अमित पाल सिंह ने शुक्रवार को सीओ भगवान सिंह, तत्कालीन दारोगा लालमणि गौतम, अनिल कुमार राठौर, कांस्टेबल अखिलेश कुमार, कांस्टेबल राम नरेश त्यागी, कांस्टेबल सत्यवीर सिंह और कांस्टेबल राकेश बाबू कटियार को आजीवन कारावास और बीस-बीस हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। सजा सुनाने के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में मुख्य आरोपित तत्कालीन कोतवाल देवदत्त सिंह राठौर और कांस्टेबल भगवानदास सोनी की ट्रायल के दौरान मौत हो चुकी है।

loksabha election banner

घटना एक फरवरी 2004 की है। कोंच कोतवाली में पकड़ कर लाए गए कुछ लोगों को छुड़ाने पहुंचे सपा नेता सुरेंद्र निरंजन, उनके भाई रोडवेज कर्मचारी महेंद्र निरंजन व दयाशंकर झा की तत्कालीन कोतवाल देवदत्त  सिंह राठौर से कहासुनी हो गई। कोतवाल ने तैश में आकर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से तीनों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कोतवाली परिसर में हुए तिहरे हत्याकांड के बाद पुलिस के खिलाफ जिले भर में आगजनी की घटनाएं हुई थीं। गुस्साई भीड़ ने 16 से अधिक बसें जला दी थीं। कोतवाली से लेकर तहसील तक में आग लगा दी गई थी। जनाक्रोश के चलते मामले ने सियासी रंग ले लिया था। तत्कालीन कोतवाल देवदत्त सिंह राठौर व उनके पुत्र अनिल राठौर, उप निरीक्षक भगवान  सिंह, लालमणि गौतम, सिपाही अखिलेश कुमार, भगवान दास व रामनरेश त्यागी समेत नौ लोगों के विरुद्ध हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। सभी आरोपितों को जेल जाना पड़ा और उनके खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया। ट्रायल के दौरान मुख्य आरोपित देवदत्त सिंह राठौर की जेल में ही मृत्यु हो गई, बाद में सिपाही भगवान दास की भी मौत हो गई। गुरुवार को कोर्ट का समय समाप्त हो जाने से फैसला सुरक्षित कर लिया गया था। शासकीय अधिवक्ता बृजराज सिंह राजपूत ने बताया कि शुक्रवार को सभी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इसके बाद सीओ भगवान सिंह, रामनरेश त्यागी, अनिल राठौर, अखिलेश कुमार व लालमणि गौतम समेत सातों आरोपितों को जेल भेज दिया गया। लालमणि गौतम सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

फरवरी 2018 में कानपुर नगर में हुई थी तैनाती

 डिप्टी एसपी भगवान सिंह वर्ष 2017 में इंस्पेक्टर से डिप्टी एसपी पद पर प्रोन्नत हुए थे। इसके बाद पांच फरवरी 2018 में पोस्टिंग उनकी कानपुर नगर में हुई। वह सीओ घाटमपुर, सीओ सदर के पद पर रहे और वर्तमान में कर्नलगंज सर्किल का कार्य देख रहे थे। रेलबाजार स्थित ट्रैफिक लाइन में उनका आवास है लेकिन उनका परिवार लखनऊ में रहता है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूर्व में उनके भाई भी शहर में विभिन्न थानों के प्रभारी रह चुके हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.