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बीमा अस्पतालों में भी अब डॉक्टरों का सेवा विस्तार अनिवार्य

बीमा अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से कामगारों को दिक्कत होती है। अब स्वास्थ्य विभाग की तर्ज पर संशोधन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 May 2018 04:41 PM (IST)Updated: Fri, 04 May 2018 04:59 PM (IST)
बीमा अस्पतालों में भी अब डॉक्टरों का सेवा विस्तार अनिवार्य
बीमा अस्पतालों में भी अब डॉक्टरों का सेवा विस्तार अनिवार्य

जागरण संवाददाता, कानपुर : बीमा अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले बीमितों एवं उनके परिवारी जनों के लिए राहत भरी खबर है। अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए नया फंडा निकाला है। अब स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों के अनिवार्य सेवा विस्तार की तर्ज पर बीमा अस्पतालों के डॉक्टरों पर भी ये नियम लागू होगा। इसके लिए बीमा निदेशालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। शासन ने इस पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान भी कर दी है।

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सूबे में कर्मचारी राज्य बीमा के 11 बड़े अस्पताल तथा 100 से अधिक एलोपैथिक, होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियां हैं। इन अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है। इसकी वजह से अस्पतालों में उपलब्ध संसाधन एवं सुविधाओं के लाभ से बीमित वंचित हो रहे हैं। वहीं अस्पताल में तैनात चिकित्सक सेवानिवृत होते जा रहे हैं। अस्पतालों में डॉक्टर ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। अब तो 100 बेड के अस्पताल एक-दो डॉक्टर के भरोसे हैं। न ठीक से ओपीडी और न ही इमरजेंसी सेवाएं चल पा रही हैं। ऐसे में डॉक्टरों की कमी दूर करने को 29 जुलाई 2017 को शासनादेश जारी कर बीमा अस्पतालों के चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की उम्र दो साल बढ़ाई गई थी। आदेश में स्वैच्छिक विकल्प होने से डॉक्टर सेवा विस्तार लेने के लिए तैयार नहीं हुए।

संशोधन के लिए भेजा प्रस्ताव

शासनादेश के बावजूद कई चिकित्सक सेवा विस्तार लेने को तैयार नहीं हुए। इस पर निदेशालय ने स्वास्थ्य विभाग की तर्ज पर सेवा विस्तार अनिवार्य रूप से लागू करने का प्रस्ताव भेजा है।

डॉक्टरों की कमी से पांच अस्पताल गए

डॉक्टरों की कमी की वजह कर्मचारी राज्य बीमा योजना के 15 बड़े अस्पताल में पांच अस्पताल हाथ से चले गए। अब कानपुर के जाजमऊ, सरोजनीनगर (लखनऊ), साहिबाबाद (गाजियाबाद), वाराणसी एवं बरेली के बीमा अस्पताल का संचालन कर्मचारी राज्य बीमा निगम कर रहा है।

एक नजर

10 बड़े बीमा अस्पताल

94 एलोपैथिक डिस्पेंसरी

09 होम्योपैथिक डिस्पेंसरी

08 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी

16 लाख से अधिक सूबे में हैं बीमित

यह है स्थिति

490 डॉक्टरों के स्वीकृत पद

184 डॉक्टर हैं तैनात

020 डॉक्टर चल रहे अनुपस्थित

014 डॉक्टर डेपुटेशन में हैं कर्मचारी राज्य बीमा योजना (श्रम एवं स्वास्थ्य सेवाएं) के निदेशक एसएमए रिजवी ने बताया कि बीमा अस्पताल में डॉक्टरों के सेवा विस्तार के प्रस्ताव में संशोधन का प्रस्ताव भेजा है। शासन ने इस पर सहमति जताई है। शीघ्र ही संशोधित आदेश जारी होगा।


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