मुख्तार अंसारी के आने की सुगबुगाहट से बांदा जेल की सुरक्षा सख्त, मेन गेट के दोनों ओर बन रही झोपड़ी
पंजाब की रोपड़ जेल से माफिया मुख्तार अंसारी को बांदा जेल शिफ्ट किया जाना है। इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। हालांकि मुख्तार को यहां कब लाया जाएगा यह अभी तय नहीं है।डीआइजी (कारागार) पीके पांडेय भी बुधवार को जेल का निरीक्षण कर गए हैं
बांदा (शैलेंद्र शर्मा): माफिया विधायक मुख्तार अंसारी के आने की सुगबुगाहट ने बांदा मंडल कारागार को दुर्ग के रूप में तब्दील करना शुरू कर दिया है। बिना अनुमित पङ्क्षरदा पर नहीं मार सके, इसके पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। चप्पे-चप्पे पर चौकसी के लिहाज से हर वह इंतजाम हो रहे हैं, जो खतरे की हर संभावना को दूर रख सकें। बिना अनुमति प्रवेश बंद होने के बाद मुख्य गेट के दोनों ओर अस्थायी झोपड़ी बनाई जा रही है। इसमें चौबीस घंटे दो-दो सिपाहियों की ड्यूटी रहेगी। पूरी तरह जांच-पड़ताल के बाद ही कोई अंदर जा सकेगा। इसके अलावा एक नया इंट्री गेट भी बनाए जाने की तैयारी है।
पंजाब की रोपड़ जेल से माफिया मुख्तार अंसारी को बांदा जेल शिफ्ट किया जाना है। इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। हालांकि मुख्तार को यहां कब लाया जाएगा, यह अभी तय नहीं है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीआइजी (कारागार) पीके पांडेय भी बुधवार को जेल का निरीक्षण कर गए हैं। सुरक्षा के बाबत कई निर्देश भी दिए थे। हालांकि जेल प्रशासन सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कुछ बोलने से परहेज करता है। अंदर ही अंदर तैयारियां चरम पर हैं। बैरक नंबर 15 या 16 मुख्तार का नया ठिकाना हो सकता है। वजह, इनको विशेष रूप से तैयार किया गया है। अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर ही मुख्य गेट पर शुक्रवार को ही जंजीर डाल जकड़ दिया गया है। बाहर बैठे सिपाही के पास आवेदन लिखकर अनुमित लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इधर, सड़क किनारे के मुख्य गेट में अंदर की तरफ दोनों ओर अस्थायी झोपड़ी बनाई जा रही है। जेल सूत्र बताते हैं कि यहां पर चौबीस घंटे दो-दो यानी चार सिपाहियों की तैनाती रहेगी। आवेदन के बाद जेल प्रशासन की अनुमित मिलने के बाद भी कड़ी तलाशी व जांच से गुजरना होगा।
करीब ढाई सौ मीटर की दूरी के बाद मुख्य द्वार : पुलिस लाइन रोड पर बनी जेल की चहारदीवारी का मेन गेट सड़क किनारे है। इसके बाद करीब ढाई सौ मीटर की दूरी तय करने पर जेल के मुख्य द्वार से पहले एक और गेट है। इस दूरी के बीच में ही जेल चौकी है, जहां पर जिला पुलिस के जवान रहते हैं। चहारदीवारी के गेट पर पूरी तरह जांच पड़ताल के बाद अंदर जाते ही जेल चौकी और फिर कारागार सिपाहियों की कड़ी नजरें रहेंगी।
एक कंपनी पीएसी भी है तैनात : मुख्तार अंसारी के बांदा जेल में बंद रहने के दौरान एक कंपनी पीएसी की तैनाती की गई थी, जो आज भी जेल में ही तैनात है। संभावना जताई जा रही है कि माफिया के आने से पहले यहां पर और फोर्स बढ़ाया जा सकता है।
यह है मामला : सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को पंजाब सरकार को आदेश दिया था कि गंभीर मामलों में आरोपित माफिया विधायक मुख्तार अंसारी को दो सप्ताह में उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपा जाए। मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में एक मामले में करीब दो साल से निरुद्ध है। मुख्तार को जब यूपी से ले जाया गया था, तब वह यहां बांदा जेल में निरुद्ध था।