नकली प्लेटलेट्स मामले में पुलिस ने बर्रा में मुकदमा दर्ज करने को ली दूसरी तहरीर
जिले में डेंगू का कहर बढऩे के साथ ही प्लेटलेट्स की मांग बढ़ गई है। दैनिक जागरण में यह खबर प्रकाशित होने के बाद ड्रग विभाग की सक्रियता बढ़ गई है। विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : डेंगू का कहर बढ़ने के साथ ही प्लेटलेट्स की डिमांड बढ़ गई है। इसे भुनाने के लिए नकली प्लेटलेट्स बनाकर बेचने वाले भी सक्रिय हैं।
इस प्रकरण को प्रमुखता से उठाने पर पुलिस एवं औषधि प्रशासन विभाग सक्रिय हो गया है। दोनों महकमे के अधिकारी जांच-पड़ताल करने के लिए उर्सला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचे। उधर, कोतवाली पुलिस ने ब्लड बैंक प्रभारी से दूसरी तहरीर बर्रा थाने के लिए ली है। उर्सला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी ने डेंगू के मरीजों को नकली प्लेटलेट्स बेचे जाने के मामले की शिकायत की थी। तीन दिन पहले तहरीर देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस खबर को दैनिक जागरण ने सोमवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। इस पर पुलिस और खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सक्रिय हो गया। उर्सला चौकी प्रभारी जांच करने के लिए ब्लड बैंक पहुंचे और दोबारा आवेदन लेकर बर्रा पुलिस को भेजा है। उधर, नकली प्लेटलेट्स प्रकरण की जांच करने के लिए औषिध निरीक्षक संदेश मौर्या एवं सीमा सिंह भी उर्सला ब्लड बैंक पहुंचीं। दोनों ने उर्सला ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. शशिकांत मिश्रा से जानकारी जुटाई। डॉ. मिश्रा ने बताया कि दोबारा तहरीर दी है। ड्रग इंस्पेक्टर ने भी अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है।
निजी ब्लड बैंक एवं नर्सिंग होम में जांच नकली प्लेटलेट्स बनाकर बेचने वालों की जानकारी के लिए औषधि निरीक्षक निजी ब्लड बैंक एवं नर्सिंग होम में भी जांच करेंगे। प्लेटलेट्स की डिमांग का डाटा भी जुटाएंगे।