स्कूलों में नर्स-डॉक्टर का प्रबंध, जानिए- छठवीं से आठवीं तक कक्षाओं में किन बातों को रखना होगा ध्यान
स्कूल महानिदेशक ने विद्यालय खोलने को लेकर कोविड के चलते दिशा निर्देश जारी किए हैं। स्कूलों में अब 23 अगस्त से छठवीं से आठवीं तक की कक्षाओं के संचालन की तैयारी शुरू हो गई है। साथ ही आनलाइन पढ़ाई भी जारी रखी जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौर में संक्रमण का प्रभाव कम होते ही सरकार ने 16 अगस्त से नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन शुरू करा दिया था। उसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए अब 23 अगस्त से छठवीं से आठवीं तक के स्कूल खोले जाने हैं। हालांकि, स्कूल महानिदेशक की ओर से जो आदेश जारी हुए हैं, उसके मुताबिक छठवीं से आठवीं तक के छात्रों को घर से पढ़ने का भी मौका मिलेगा। ऐसे छात्र जो स्कूल आकर पढ़ाई नहीं करना चाहते, वह घर से पढ़ सकेंगे और उनके लिए शिक्षक कार्ययोजना तैयार करेंगे। इसी तरह छात्रों को स्कूल बुलाने से पहले खंड शिक्षाधिकारियों व शिक्षकों द्वारा अभिभावकों से सहमति पत्र भी लिया जाएगा।
विद्यालयों में तैनात कराएं स्वास्थ्य कर्मी व नर्स : स्कूल संचालन को लेकर महानिदेशक अनामिका सिंह की ओर से जो आदेश जारी हुए हैं, उनमें यह भी बताया गया है कि परिषदीय विद्यालयों में स्वास्थ्य कर्मी, नर्स, चिकित्सक व काउंसलर में जिनका प्रबंध हो सकता है, उसे कराया जाए। इसके साथ ही कोविड प्रोटोकाल का पालन हर हाल में कराया जाए।
किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहते जिम्मेदार: छठवीं से आठवीं तक स्कूलों को खोलने का फैसला सरकार के जिम्मेदारों ने कर जरूर लिया है। हालांकि बच्चों की परवाह को देखते हुए जिम्मेदार किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहते। आदेशों में यहां तक कहा गया है कि अगर किसी छात्र या शिक्षक की तबियत बिगड़ती है तो फौरन ही उसकेे आइसोलेट होने का प्रबंध किया जाए।
-स्कूलों में कक्षाएं संचालित करने को लेकर स्कूल महानिदेशक का पत्र मिल गया है। सभी नियमों का पालन करते हुए ही कक्षाएं लगेंगी। 90 फीसद से अधिक शिक्षक टीकाकरण करवा चुके हैँ। जिन शिक्षकों ने किन्ही कारणों से वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें फौरन वैक्सीन लगवाने का निर्देश दे दिया है। -डा.पवन तिवारी, बीएसए