वाट्सएप पर ऑनलाइन पढ़ाई के बाद सितंबर से डाउट्स क्लीयर सेशन, चुनिंदा छात्रों को मिलेगा मौका
अनलाॅक-4 में स्कूल खोलने और पढ़ाई की रूपरेखा तैयार की जा रही है पचास फीसद टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टॉफ को बुलाया जा सकता है।
कानपुर, जेएनएन। कोविड-19 से बचाव के साथ अब अनलॉक-4 में छात्रों का भविष्य संवारने के लिए स्कूलों ने रूपरेखा तैयार कर ली है। वाट्सएप पर आॅनलाइन पढ़ाई के बाद डाउट्स क्लीअर सेशन चलाए जाएंगे। इसमें छात्रों को स्कूल की कक्षा की तरह नहीं बिठाया जाएगा बल्कि छात्र अपने विषय व प्रश्न लिखकर स्कूल शिक्षकों को मैसेज करेंगे। मैसेज के आधार पर उन्हें शाॅर्ट लिस्ट करके सत्र में चुनिंदा छात्रों को मौका दिया जाएगा।
माना जा रहा है कि अनलाॅक-4 के साथ 21 सितंबर से स्कूल में 50 फीसद टीचिंग व नाॅन टीचिंग स्टाॅफ को बुलाया जा सकता है। इसके अलावा नौवीं से 12वीं तक के छात्र छात्राएं अपने डाउट्स क्लीअर करने के लिए भी आ सकेंगे। इसे लेकर स्कूल प्रबंधन कोरोना से सुरक्षा के साथ पठन पाठन का शेड्यूल तैयार कर रहा है। शहर में सौ से अधिक स्कूलों का स्टॉफ छात्र छात्राओं को बुलाने से पहले अभिभावकों से बात भी करेंगे। लाॅक डाउन के बाद से छात्र छात्राओं के लिए आॅनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। इन कक्षाओं में छात्रों के लिए रोजना नोट्स बनाकर शेयर करते हैं। वाट्सएप् व जूम इन के जरिए प्रश्नों का उत्तर दिया जा रहा है, छात्र किसी भी वक्त अपने प्रश्नों के जवाब प्राप्त कर सकते हैं।
कुछ यूं की जा रही स्कूलों में तैयारी
- छात्रों को अगर किसी विषय के डाउट्स क्लीअर करना है तो वह पहले एसएमएस भेजेंगे। इसके बाद उन्हें बुलाने के लिए सत्र तय किए जाएंगे। माइक पर छात्र शारीरिक दूरी के साथ प्रश्न पूछ सकेंगे।’ -वनिता मेहरोत्रा, प्रिंसिपल शीलिंग हाउस स्कूल
- ऑनलाइन कक्षाओं के चलते वाट्सएप के जरिए छात्र छात्राएं लगातर शिक्षकों के संपर्क में हैं। सरकार से निर्देश मिलने के बाद जब छात्र छात्राओं को अपने डाउट्स क्लीअर करने होंगे तो वह अपने प्रश्नों पर स्कूल में आकर चर्चा कर सकेंगे। इसके लिए शेड्यूल बनाया जा रहा है।’ -अर्चना निगम, प्रधानाचार्य डीपीएस कल्याणपुर
- छात्रों के लिए शिक्षक हमेशा तैयार हैं। जब उन्हें स्कूल आने की छूट मिलेगी तो शिक्षक उनसे रूबरू होंगे। इसके लिए सुरक्षा के मानकों का पालन तो किया ही जाएगा अभिभावकों की अनुमति भी जरूरी होगी। प्रश्न पूछने के लिए छात्रों का संदेश आने के बाद अभिभावकों से भी संपर्क किया जाएगा।’ -रुचि सेठ, प्रधानाचार्य ऐलन हाउस स्कूल खलासी लाइन