बारिश की एक-एक बूंद को बचाने के लिए केशवनगर के लोगों ने उठाया कदम, पार्क में लगवाया वर्षा जल संचयन सिस्टम
पार्क को संवारने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने कई बार नगर निगम अफसरों की चौखट पर दस्तक दी लेकिन किसी ने नहीं सुनी। इसके बाद उन्होंने मधुवन सेवा समिति बनाकर पार्क की सूरत बदलने की ठानी। समिति के लोगों ने चंदा करके पार्क की तस्वीर बदलनी शुरू की।
कानपुर, जेएनएन। 'ठाना है, बारिश की एक-एक बूंद को बचाना है' पानी बचाने वाले इस स्लोगन को केशव नगर के बाशिंदों ने सच करके दिखाया है। कभी यहां पर उजड़ा हुआ पार्क होता था। क्षेत्रीय लोगों ने चार साल में पार्क की तस्वीर बदलने के साथ ही बारिश के पानी का जल संचयन करके धरती की प्यास भी बुझा दी है।
पार्क को संवारने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने कई बार नगर निगम अफसरों की चौखट पर दस्तक दी, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। इसके बाद उन्होंने मधुवन सेवा समिति बनाकर पार्क की सूरत बदलने की ठानी। समिति के लोगों ने चंदा करके पार्क की तस्वीर बदलनी शुरू की। इस पर नगर निगम के अफसरों की नींद टूटी और पार्क की सुरक्षा के लिए चारों तरफ बाउंड्रीवाल बनवा दी। समिति में 70 सदस्य हैं। पार्क में 24 घंटे चौकीदार, माली और रात में बिजली जाने पर पार्क रोशन रहे, इसके लिए इनवर्टर लगाया गया। इसी बीच क्षेत्र में तेजी से गिरते भूगर्भ जलस्तर को सुधारने के लिए समिति ने बारिश के पानी को बर्बाद होने से बचाने को पार्क में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया। चार साल हो गए हैं, तब से क्षेत्र में लगे हैंडपंप और सबमर्सिबल पंप बंद नहीं हुए। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि बारिश की एक-एक बूंद एकत्र कर ली जाती है। इस अभियान में समिति के जयराम दुबे, राजेंद्र अवस्थी, वीके दीक्षित, बीके बाजपेई, श्याम बिहारी शर्मा, पीके त्रिपाठी, सीबी मिश्रा, श्रीराम उत्तम, सुरेंद्र सिंह, उपेंद्र सिंह सेंगर, प्रमोद शुक्ला, आरपी पांडेय सहयोग कर रहे हैं।
इनकी भी सुनिए
- पार्क के सुंदरीकरण में सभी का सहयोग रहा है। पार्क के सुधार के साथ ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगवाया है ताकि भूगर्भ जलस्तर भी दुरुस्त रहे। - जयराम दुबे, अध्यक्ष
- चार साल से पार्क में गिरने वाली एक-एक बूंद को सहेजा जा रहा है। पहले बारिश का पानी नाली में बह जाता था। क्षेत्र मे यह आदर्श पार्क हो गया है। - राजेंद्र अवस्थी, महामंत्री
- वर्षा जल संचयन सिस्टम लगने के बाद से क्षेत्र का भूगर्भ जलस्तर बेहतर हो गया है। पुराने लगे हैंडपंप और सबमर्सिबल पंप भरपूर पानी दे रहे हैं। - श्याम विहार शर्मा, कोषाध्यक्ष
- पार्क में शाम को बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं टहलने आते हैं। क्षेत्र के अलावा दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। पार्क को हरा भरा करने में सभी का सहयोग है। - वीके दीक्षित, कार्यकारिणी सदस्य