Water Conservation: कानपुर में जल संरक्षण के लिए गृहणियाें ने निकाला बेहतरीन विकल्प, जानिए- कैसे बचा रहीं पानी
सहेज लो हर बूंद के नाम से दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान में महिलाएं बढ़-चढ़ कर न केवल हिस्सा ले रहीं बल्कि अन्य लोगों को भी प्रेरित कर रही हैं। जल सरंक्षण के बारे में जब उनसे पूछा गया तो पढ़िए उन्होंने क्या जवाब दिए-
By Shaswat GuptaEdited By: Published: Mon, 26 Apr 2021 10:30 AM (IST)Updated: Mon, 26 Apr 2021 10:30 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। महिलाओं ने घर को संवारने के साथ ही अब पानी बचाना भी शुरू कर दिया है। वाटर प्यूरीफायर सिस्टम से निकलने वाले पानी को बचाकर उसका प्रयोग घरेलू कामों में कर रही हैं। एक घर में कम से कम 20 लीटर पानी पीने में प्रयोग होता है। सिस्टम से इतना पानी लेने में 40 लीटर पानी नाली में बह जाता था। अब गृहणियां इस पानी का प्रयोग पौधों की ङ्क्षसचाई, घर की सफाई, बर्तन और कपड़े धोने में कर रही हैै
सुनिए क्या कहती है महिला शक्ति
- आरओ से निकलने वाले पानी का प्रयोग पौधे में डालने और सफाई में करती हूं। सब्जी धोने के बाद बचने वाले पानी को गमलों में डाल देती हूं। - निधि सिंह, दीनदयाल नगर
- आरओ के साथ ही वाशिंग मशीन से निकलने वाले पानी का प्रयोग वाहन धोने में करना ठीक रहता है। बच्चों को भी पानी बचाने के लिए रोकती हूं। - लक्ष्मी श्रीवास्तव, स्वरूप नगर
- दैनिक जागरण का अभियान सराहनीय है। इससे प्रेरित होकर घरेलू पानी को बचाना शुरू कर दिया है। अब जरूरत पर ही नल को खोलकर पानी लेती हूं। - बबिता शुक्ला, नेहरू नगर
- आरओ के पानी को फल और सब्जी धुलने के बाद गमले में डाल देते हैैं। नल लीकेज नहीं रहने देते। परिवार का हर सदस्य पानी बचाने में सहयोग करता है। - डॉ. अंकिता गुप्ता, स्वरूप नगर
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें