Sanjeet Kidnapping Case: उठने लगी जनता की आवाज, दोषी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर भेजें जेल
क्षेत्रीय लोगों ने कैंडिल मार्च निकाला और हस्ताक्षर अभियान चलाकर परिवार को एक करोड़ मुआवजा व बेटी को सरकारी नौकरी देने की मांग उठाई।
कानपुर, जेएनएन। संजीत के परिवार को न्याय दिलाने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने स्वजन के साथ पोस्टर लेकर कैंडल मार्च निकाला। संजीत के हत्यारों को फांसी देने और निलंबित किए जा चुके दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की आवाज बुलंद की गई। मार्च के दौरान सीओ गोविंद नगर समेत फोर्स मुस्तैद रहा।
संजीत के बर्रा-पांच स्थित घर के सामने पार्क में सोमवार शाम क्षेत्रीय लोग जुटे। यहां से संजीत की फोटो के साथ उसकी बहन रुचि की अगुवाई में कैंडल मार्च निकाला गया। लोग राम आस्था आश्रम से दारोगा चौराहे होकर शास्त्री चौक पहुंचे। चौराहे पर स्वजन के साथ भीड़ ने पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद, संजीत के हत्यारों को फांसी दो जैसे नारे लगाए। लोगों ने पीडि़त परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और बेटी को सरकारी नौकरी देने, पूरे प्रकरण की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की।
प्रदर्शन के बाद लोगों का हुजूम जनता नगर चौकी के सामने से बर्रा पांच चौराहा होकर हनुमान मंदिर पहुंचा। यहां भी कुछ देर नारेबाजी के बाद संजीत के घर के सामने प्रदर्शन समाप्त हुआ। इस दौरान यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कनिष्क पांडेय, कांग्रेसी नेता विकास अवस्थी, सपा नेता सम्राट यादव, अमित यादव, सुधीर यादव, अभिषेक, पार्षद जेपी पाल मौजूद रहे।
चलाया हस्ताक्षर अभियान
स्वजन के साथ इंसाफ के लिए शास्त्री चौक पर प्रदर्शन के बाद मांगों को लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। इसमें करीब तीन सौ लोगों ने हस्ताक्षर कर समर्थन दिया। क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि यह बैनर शासन को भेजेंगे।
बनाए वीडियो, किया फेसबुक लाइव
कैंडल मार्च निकलने के बाद मकान की छतों पर मौजूद लोगों ने मोबाइल फोन से वीडियो बनाए। कुछ ने फेसबुक पर लाइव भी किया। घरों से निकली महिलाओं ने जलती मोमबत्तियां भीड़ को दीं।