कानपुर में दिसंबर से सिग्नेचर सिटी बस स्टेशन से दौड़ेंगी रोडवेज बसें, मेट्रो के साथ होगा शुभारंभ
विकास नगर में परिवहन निगम का डिपो है। वहां से विभिन्न बस स्टेशनों के लिए बसे भेजी जाती हैं। निगम की भूमि पर ही कानपुर विकास प्राधिकरण ने सिग्नेचर सिटी की स्थापना किया और निगम से हुए अनुबंध के अनुसार ही बस स्टेशन भी बनाया।
कानपुर, जागरण संवाददाता। झकरकटी बस स्टेशन का भार दिसंबर में कम हो जाएगा। साथ ही रावतपुर, कल्याणपुर, पनकी आदि क्षेत्र के लोगों को लखनऊ , सीतापुर, बाराबंकी, हरदोई आदि क्षेत्रों में जाने के लिए झकरकटी बस स्टेशन नहीं जाना होगा, क्योंकि सिग्नेचर सिटी विकास नगर में बनाए गए बस स्टेशन का शुभारंभ दिसंबर में मेट्रो परियोजना के साथ ही कराने की तैयारी है। इस बस स्टेशन से यातायात शुरू होने के बाद सौ बसों का संचालन शुरुआत में होगा और फिर धीरे- धीरे बसों की संख्या बढ़ाकर ढाई सौ किया जाएगा।
विकास नगर में परिवहन निगम का डिपो है। वहां से विभिन्न बस स्टेशनों के लिए बसे भेजी जाती हैं। निगम की भूमि पर ही कानपुर विकास प्राधिकरण ने सिग्नेचर सिटी की स्थापना किया और निगम से हुए अनुबंध के अनुसार ही बस स्टेशन भी बनाया। अभी झकरकटी बस स्टेशन से 14 सौ बसों का आवागमन होता है। यहां से दिल्ली, राजस्थान के साथ ही सूबे के विभिन्न जिलों के लिए बसें जाती हैं। लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, अलीगढ़ की ओर जाने वाली बसें अभी झकरकटी से ही जाती हैं। इन बसों को जगह- जगह जाम में भी फंसना पड़ता है। इस समस्या का समाधान अब हो जाएगा, क्योंकि विकास नगर से ही लखनऊ, हरदोई आदि क्षेत्रों की बसों का संचालन किया जाना है। बसें वहीं से आएंगी और निकल जाएंगी। जब शहर में नहीं आएंगी तो उन्हें जाम में भी नहीं फंसना पड़ेगा। कानपुर विकास प्राधिकरण ने बस स्टेशन का निर्माण कार्य करा दिया है।
जल्द ही परिवहन निगम प्रबंधन और प्राधिकरण के अफसरों की बैठक होगी और फिर बस स्टेशन का हस्तांरतण किया जाएगा। यहां से बसों का संचालन शुरू होने से लखनऊ की ओर जाने वाले कल्याणपुर, पनकी, महाबलीपुरम, नवाबगंज, विष्णुपुरी, पनकी, शारदानगर, गीता नगर, मसवानपुर आदि इलाकों के लोग यहीं आकर बस पकड़ लेंगे। यहां लोग आसानी से पहुंच जाएं इसके लिए सिटी बसों से भी इस स्टेशन को जोड़ा जाएगा। वैसे तो यह बस स्टेशन जनवरी 2020 में शुरू होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़े मामलों की वजह से निर्माण का कार्य रुक गया था। अब यह कार्य पूरा हो गया है ऐसे में इसके संचालन में अब कोई दिक्कत नहीं है।