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जालौन यौन शोषण केस: राजनीतिक पद और फेसबुक का दुरुपयोग कर शिकार फंसाता था रामबिहारी, स्वजनों ने बनाई दूरी

अपने नाम से बना रखे थे चार अकाउंट साइबर टीम ने शुरू की जांच। रामबिहारी की मित्रता सूची में कई सांसद और विधायक भी हैं शामिल। भाई से मोहल्ले के लोगों ने किया किनारा आरोपित के घर सन्नाटा। सेवानिवृत्त कानूनगो के कुकृत्यों से खुद को महसूस कर रहे असहज।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 10:13 PM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 10:13 PM (IST)
जालौन यौन शोषण केस: राजनीतिक पद और फेसबुक का दुरुपयोग कर शिकार फंसाता था रामबिहारी, स्वजनों ने बनाई दूरी
कोंच के बर्खास्त भाजपा नेता और रिटायर्ड कानूनगो रामबिहारी की फोटो।

उरई, जेएनएन। नाबालिगों को फंसाकर यौन शोषण करने के आरोपित सेवानिवृत्त कानूनगो रामबिहारी राठौर की मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। प्रतिदिन होने वाले खुलासे उसके जुर्म की दास्तां को बताने के लिए पर्याप्त हैं। साइबर सेल द्वारा चल रही जांच की कड़ी में एक और तथ्य रविवार को जुड़ गया। हालांकि टीम इसे अहम सुबूत मान रही है। दरअसल, रिटायर्ड कानूनगो के खिलाफ इस बार यह राजफाश हुआ है कि वह फेसबुक और मैंसेजर के माध्यम से शिकार फंसाता था। उसने फेसबुक पर चार अकाउंट बना रखे थे और अपने सियासी पद का दुरुपयोग कर वह नए शिकार बनाता था। यदि उसके फेसबुक प्रोफाइल पर नजर डालें तो चौंका देने वाली फोटो सामने आएंगी जिसमें वह कई नेताओं के साथ दिख रहा है। अब साइबर टीम ने इसकी भी जांच शुरू की है।

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जुटाए जा रहे मजबूत साक्ष्य : एएसपी 

आरोपित के लैपटॉप, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव, सिमकार्ड व मोबाइल फोन पुलिस पहले ही कब्जे में ले चुकी है। एएसपी डॉ. अवधेश ङ्क्षसह का कहना है उसके खिलाफ मजबूत साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं, जिससे वह बच नहीं सके। 

स्वजन भी नहीं करेंगे राम बिहारी की पैरवी

राम बिहारी राठौर के स्वजन उसकी कोई कानूनी पैरवी नहीं करेंगे। उसके रिश्तेदार भी खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। उसके छोटे भाई का दर्द है कि घटना संज्ञान में आने के बाद से मोहल्ले वालों ने संपर्क तोड़ दिया है। सेवानिवृत्त कानूनगो राम बिहारी राठौर के अनैतिक कामों से छोटे भाई अवध बिहारी राठौर खुद ही शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं। वह कहते हैं कि उसने समाज के सामने बात करने लायक नहीं छोड़ा है। रिश्तेदार भी दुखी हैं। सब चाहते हैं कि उसे कड़ी सजा मिले। बताया कि वह एक घर में रहते जरूर थे, लेकिन आरोपित से कोई संबंध नहीं था। कोई भी उनकी जमानत के लिए पैरवी नहीं करेगा। 

कोई संतान न होने से भाई व बहन रहते थे घर में 

जेल में बंद राम बिहारी के परिवार में कोई नहीं है। उसकी पत्नी की मौत छह माह पहले हो चुकी है। उसके कोई संतान भी नहीं है। घर में उसके छोटे भाई अवध बिहारी का परिवार और उसकी शादीशुदा बहन रहती है।  


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