कानपुर: दिसंबर नहीं, अब जनवरी में आएगा आइसीएसई सेमेस्टर की परीक्षा का परिणाम, इस वजह से हो रही देरी
काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआइएससीई) की ओर से 10वीं व 12वीं के छात्रों की जो पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं कराई जा रही हैं अब उनका परिणाम दिसंबर के बजाय जनवरी में आएगा। प्रैक्टिकल समय से न होने के चलते परिणाम एक माह की देरी से जारी होगा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआइएससीई) की ओर से 10वीं व 12वीं के छात्रों की जो पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं कराई जा रही हैं, अब उनका परिणाम दिसंबर के बजाय जनवरी में आएगा। परीक्षाओं के साथ-साथ रोजाना मूल्यांकन तो हो रहा है, लेकिन प्रैक्टिकल समय से न होने के चलते परिणाम लगभग एक माह की देरी से जारी होगा।
वहीं, परिणाम को लेकर इस सत्र में छात्र बहुत अधिक उत्सुक और उत्साहित हैं। दरअसल कोरोना महामारी के दौर में आइसीएसई की ओर से सेमेस्टर आधारित परीक्षाएं कराई जा रही हैं। इन परीक्षाओं में छात्रों को जो पेपर दिए जा रहे हैं, वह बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित हैं। इस स्थिति में छात्रों का कहना है कि वह जल्द से जल्द जानना चाहते हैं कि आखिर उन्हें कितने अंक मिले।
बाहरी परीक्षक लेंगे परीक्षा, समूह में छात्र होंगे उपस्थित: आइसीएसई सी जोन की कंवीनर वनिता मेहरोत्रा ने बताया कि गुुरुवार तक पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी। उसके बाद प्रायोगिक परीक्षाएं (प्रैक्टिकल) कराई जाएंगी। इन परीक्षाओं में बाहरी परीक्षक मौजूद रहेंगे और छात्र समूह के रूप में उपस्थित होकर परीक्षा देंगे। हालांकि, कहा छात्रों को कोविड-19 के सभी नियमों का पालन करना होगा।
दोनों परीक्षाओं के अंक जोड़कर तैयार होगा परिणाम: आइसीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्यों का कहना है, कि कोरोना महामारी के दौर में काउंसिल की ओर से इस सत्र में 10वीं व 12वीं के छात्रों को सत्र में दो बार सेमेस्टर परीक्षाएं देनी होंगी। जब दोनों परीक्षाएं हो जाएंगी तो दोनों के अंकों को जोड़कर ही परिणाम तैयार होगा। वहीं, इन परीक्षाओं का प्रारूप बदल जाने के चलते छात्रों में इस बात की बहुत अधिक उत्सुकता है, कि आखिर उन्हें किस तरह अंक मिलेंगे।