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शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान ने तैयार किया प्रशिक्षण का खाका

पॉलीटेक्निक संस्थानों के छात्र-छात्राओं के बेहतर भविष्य के लिए प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान (आइआरडीटी) के साथ प्रिंसिपल और शिक्षकों के प्रशिक्षण का खाका तैयार किया है। इसमें पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कार्यक्रम एक मार्च से शुरू होगा।

By Sarash BajpaiEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 09:40 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 09:40 PM (IST)
शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान ने तैयार किया प्रशिक्षण का खाका
शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान ने तैयार किया प्रशिक्षण का खाका।

कानपुर, जेएनएन। पॉलीटेक्निक संस्थानों के छात्र-छात्राओं के बेहतर भविष्य के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। उनके प्लेसमेंट और रोजगार के लिए बुनियादी स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान (आइआरडीटी) के साथ प्रिंसिपल और शिक्षकों के प्रशिक्षण का खाका तैयार किया है। उन्हें प्रबंधन, नई तकनीक, उद्यमिता विकास, पेटेंट, प्रोटोटाइप मॉडल आदि की जानकारी दी जाएगी। पॉलीटेक्निक के प्रिंसिपल का प्रशिक्षण कार्यक्रम एक मार्च से वित्तीय प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान में चलेगा। यह पांच दिवसीय कार्यक्रम है। वहीं शिक्षकों का कार्यक्रम ऑनलाइन होगा, जिसमें आइआइटी कानपुर सहयोग कर रहा है। लखनऊ का एक तकनीकी संस्थान भी अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित कर रहा है।

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आइआरडीटी के सहायक प्राचार्य गौरव किशोर ने बताया कि आइआइटी कानपुर की मदद से शिक्षकों को इंटरप्रोन्योरशिप और स्टार्टअप की जानकारी दी जा रही है। इसमें 96 शिक्षक शामिल हो रहे हैं। लखनऊ में लारसन एंड टूब्रो के विशेषज्ञों की सहयोग से इलेक्ट्रिकल और इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कम्यूनिकेशंस की नई तकनीक की जानकारी दी जा रही है। इसमें 50 शिक्षकों को लिया गया है। आइआइटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस विभाग के विशेषज्ञ पायथन प्रोग्राम का प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसमें 50 शिक्षकों का बैच जुड़ा है।

यह होगा फायदा

शिक्षकों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, मैनेजमेंट, स्टार्टअप, पेटेंट फाइल करना आदि बताया जाएगा। इससे छात्र-छात्राएं अपनी कंपनी तैयार कर सकेंगे। उनके उत्पाद को बाजार में उतारा जा सकेगा। यह व्यवस्था पिछले साल कम गए प्लेसमेंट को देखते हुए तैयार की गई है।  


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