Religion Conversion in UP: मतांतरण से इन्कार पर केस्को कर्मी के परिवार को घर में घुसकर पीटा, 56 पर मुकदमा
जिसके कारण मतांतरण के लिए दबाव बना रहे लोग रंजिश मानने लगे। आरोप है कि 26 जून को उनके घर पर आशू खान राशि खान फरदीन समीर अतिया अल्ताफ महताब तारिख खान शन्ना नीफस दानिश जावेद समेत 40-50 लोगों ने हमलाकर दिया।
कानपुर, जेएनएन। नौबस्ता में मतांतरण से इन्कार करने पर केस्को संविदा कर्मी के परिवार को घर में घुसकर मारपीट की। पीडि़त दंपती ने डीसीपी साउथ से गुहार लगाई थी। मामले में पुलिस ने 56 लोगों के खिलाफ शुक्रवार को मुकदमा दर्ज किया है। वहीं पुलिस का कहना है कि छानबीन में मतांतरण के लिए दबाव बनाने का आरोप निराधार होने पर पहले पर्चे में ही इसकी धारा को हटा दिया गया है।
राजीव नगर के चमन नगर निवासी विश्वनाथ गुप्ता संविदा केस्को कर्मी हैं। वह वर्ष 2001 से यहां रह रहे हैं। मोहल्ले में अधिकांश घर मुस्लिम समुदाय के हैं। आरोप है कि इलाके में रहने वाले मुस्लिम परिवार उन पर मतांतरण के लिए लगातार दबाव डाल रहे हैं। कई बार उन्होंने इसका विरोध किया है। आरोप है कि बेटा होने की बात कहकर आरोपित पत्नी को मतांतरण के लिए दबाव बनाते थे और मस्जिद में नमाज पढऩे के लिए ले जाते थे। उन्हेंं इसकी जानकारी हुई तो रोक लगाई। जिसके कारण मतांतरण के लिए दबाव बना रहे लोग रंजिश मानने लगे। आरोप है कि 26 जून को उनके घर पर आशू खान, राशि खान, फरदीन, समीर, अतिया, अल्ताफ, महताब, तारिख खान, शन्ना, नीफस, दानिश, जावेद समेत 40-50 लोगों ने हमलाकर दिया। आए दिन के दबाव और बवाल से परेशान होकर वह यहां से पलायन करना चाहते हैं। घर की बाहरी दिवार पर लिखा है कि घर बिकाऊ है। उन्होंने शिकायत उन्होंने डीसीपी साउथ रवीना त्यागी से की थी। पुलिस ने शुक्रवार को 16 नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, बलवा, धर्म परवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, धमकी आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। थाना प्रभारी नौबस्ता सतीश कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच में मतांतरण के लिए दबाव बनाने जैसी कोई बात सामने न आने पर धारा हटाई गई है।
पड़ोसियों का है पुराना विवाद कई बार हो चुकी पंचायत : नौबस्ता थाना प्रभारी का कहना है कि संविदा केस्को कर्मी का कई बार आसपास के लोगों से विवाद हो चुका है। कई बार थाने में पंचायत भी लग चुकी है। वहां कुछ और भी हिंदू परिवार रहते हैं। उन पर कोई दवाब नहीं डालता। वहीं पास में ही विश्वनाथ के बड़े भाई राजीव गुप्ता रहते हैं। वह भी उसके खिलाफ हैं। उनसे भी कई बार विश्वनाथ की कहासुनी और विवाद हुआ है। विश्वनाथ तो अपने भाई से जान का खतरा बताता है।