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Religion Conversion Case UP : आतंकियों की रिमांड अवधि के तीन दिन बाकी, खुलेंगे कानपुर से जुड़े राज

मिनहाज का कानपुर से करीबी संबंध रहा है लेकिन उसने 11 दिनों में कानपुर से जुड़ा कुछ खास नहीं उगला है। माना जा रहा है कि उसे बाकी बचे तीन दिनों में कानपुर लाया जा सकता है। संदिग्धों से आमना-सामना भी कराया जा सकता है।

By Akash DwivediEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 10:53 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 10:53 AM (IST)
Religion Conversion Case UP : आतंकियों की रिमांड अवधि के तीन दिन बाकी, खुलेंगे कानपुर से जुड़े राज
चकेरी, मछरिया, बेगमपुरवा आदि स्थानों पर लेकर एटीएस जा सकती है

कानपुर, जेएनएन। अलकायदा आतंकियों की रिमांड अवधि तीन दिन की और बची है। रिमांड के पिछले 11 दिनों में आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) को कई नई जानकारियां मिली हैं, लेकिन कानपुर से जुड़े तमाम सवाल अब तक नहीं मिल सके हैं। मिनहाज के जले हुए मोबाइल से मिले सुराग के बाद उसको कानपुर लाकर संदिग्धों से आमना-सामना करवाया जा सकता है।

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एटीएस ने पिछले दिनों लखनऊ में मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन को गिरफ्तार कर उनके घरों से कुकर बम व अन्य विस्फोटक बरामद किए थे। बाद में शकील, मुस्तकीम व जैद की गिरफ्तारी हुई थी। एटीएस ने पांचों को रिमांड पर लिया था, जिसमें से शकील, मुस्तकीम व जैद की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद उन्हेंं जेल भेजा चुका है, जबकि मिनहाज व मसीरुद्दीन की रिमांड अवधि अभी तीन दिन बाकी है। एटीएस सूत्रों ने पहले यही संकेत दिए थे कि आतंकियों को कानपुर नहीं लाया जाएगा, मगर मिनहाज के जले हुए मोबाइल से कई नए सुराग मिले हैं। इससे कुछ संदिग्धों को लेकर एटीएस का शक और पक्का हुआ है। मिनहाज का कानपुर से करीबी संबंध रहा है, लेकिन उसने 11 दिनों में कानपुर से जुड़ा कुछ खास नहीं उगला है। माना जा रहा है कि उसे बाकी बचे तीन दिनों में कानपुर लाया जा सकता है। संदिग्धों से आमना-सामना भी कराया जा सकता है। उसे जाजमऊ, चकेरी, मछरिया, बेगमपुरवा आदि स्थानों पर लेकर एटीएस जा सकती है।

कानपुर के छह गुमशुदा युवक बने एटीएस के लिए सवाल : एटीएस को कानपुर से जुड़ा एक और बड़ा तथ्य मिला है। अलकायदा आतंकियों का सहयोग करने वालों में छह ऐसे युवा हैं, जो गायब हैं। खास बात यह है कि इनके परिवारीजन की ओर से अपने-अपने थानों में गुमशुदगी दर्ज कराई गई है। एटीएस इनकी पहचान अभी सार्वजनिक नहीं करना चाहती है, लेकिन इनकी तलाश की गई तो लोकेशन बदायूं, फर्रुखाबाद और चंदौसी मिली है।  


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