Religion Conversion UP: ई-वालेट से हो रही थी मतांतरण के लिए फंडिंग, कई बार उमर गया विदेश
एसटीएस ई-वालेट के दो दर्जन खातों की जांच करके अबतक कहां और किसे हुए लेनदेन का ब्योरा निकलवा रही है। ई-वालेट में विदेश से भी पैसा आने और मतांतरण के लिए फंडिंग किए जाने की आशंका बनी हुई है।
कानपुर, जेएनएन। मतांतरण के लिए फंड जुटाने के लिए विभिन्न तरह के ई-वालेट व आनलाइन खातों का इस्तेमाल किया जा रहा है। एटीएस को आनलाइन पेमेंट सिस्टम 'पे-पाल कुछ खातों के बारे में जानकारी मिली है, जिसके जरिए रकम एक से दूसरी संस्था और व्यक्तियों तक भेजी गई थी। एक दर्जन खातों की छानबीन की जा रही है, लेनदेन का ब्योरा निकलवाया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक मतांतरण के आरोपित और दिल्ली स्थित इस्लामिक दावा सेंटर के अध्यक्ष उमर गौतम को संस्था चलाने के लिए देश ही नहीं, विदेश से भी फंड मिलता था। मतांतरण को बढ़ावा देने में शामिल फंड देने वाले लोग कई बार बड़े सेमिनार के लिए उमर या दावा सेंटर से जुड़े अन्य लोगों को व्याख्यान देने अपने शहर या देश में बुलाते थे। उमर गौतम को लोगों का माइंडवाश करने के लिए भी बुलाया जाता था। रकम लेने के लिए ज्यादातर व्यापारियों व दुकानदारों के प्रयोग किए जाते थे। विदेश से पैसा मंगाने के लिए पे-पाल खातों का भी इस्तेमाल होता है, जो विभिन्न फोन नंबरों के माध्यम से आपरेट किए जाते हैं। एटीएस अब इन्हीं खातों की पड़ताल कर फंडिंग करने वाले लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
एटीएस के सहयोग के लिए जिले में बनी टीम
जिले में एटीएस की मदद करने के लिए अधिकारियों ने एक एसीपी के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम बनाई है। यह टीम मतांतरण करा चुके लोगों से बात कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। नए पुराने सभी मामलों को देखा जा रहा है। शिकायती पत्रों के आधार पर भी जांच की जा रही है। प्रलोभन देकर मतांतरण की बात सामने आती है तो पीडि़त की तहरीर पर मुकदमा किया जाएगा। हर सप्ताह जांच की प्रगति रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भी सौंपी जानी है।