गंगा कटरी और पांडु नदी के किनारे रहने हो जाएं अलर्ट, बज चुकी है बाढ़ के खतरे की घंटी Kanpur News
तेजी से बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए बनाए गए राहत शिविर कलेक्ट्रेट में आपदा और अव्यवस्था को देखते हुए कंट्रोल रूम चालू 24 घंटे रहेगी सेवा।
कानपुर, जेएनएन। मानसून में हो रही झमाझम बारिश से गंगा और उसकी सहायक पांडु नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गंगा के कटरी क्षेत्र के हालात तब भी ठीक है, लेकिन पांडु नदी के किनारे के गांवों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। इसे लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। पांडु नदी में बाढ़ की आशंका को देखते हुए राहत शिविर बनाने के लिए स्थल चिह्नित कर लिए गए हैं। नगर निगम, केस्को, आपूर्ति विभाग, केडीए समेत अन्य विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
पांडु नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के शिविर
बर्रा- ठा. विशम्भर सिंह इंटर कॉलेज, प्राथमिक पाठशाला गुजैनी गांव, एबीसी मिश्रा पब्लिक स्कूल, एसपीओ विद्यालय अंबेडकर नगर, नरेश कटियार गेस्ट हाउस, निधि बालिका पब्लिक स्कूल।
गोविंद नगर- प्राइमरी स्कूल रतनलाल नगर, स्कॉलर प्ले स्कूल रतनलाल नगर
बर्रा- प्राथमिक विद्यालय हूलागंज, बर्रा आठ, प्राथमिक विद्यालय एच प्रथम, जय गेस्ट हाउस जैन मंदिर गुजैनी।
पनकी- रैन बसेरा पनकी मंदिर, विद्युत परिषद इंटर कॉलेज।
नौबस्ता- प्राइमरी पाठशाला बिनगवां, बर्फ फैक्टरी के पास बिनगवां।
गंगा नदी से यहां आती बाढ़
बनियापुरवा बंधा, गंगा बैराज बंधा, जागेश्वर मंदिर नवाबगंज, संभरपुर, परमट, डोमनपुर, पुराना कानपुर जूनियर हाईस्कूल, नागापुर और कटरी राजापुर। बाढ़ आने की स्थिति में ईश्वरीगंज, पृथ्वीगंज, खुशहालगंज, पैगूपुर कछार, हृदयपुर, चिरान, हींगूपुर, फत्तेपुर उत्तर, ख्योरा कटरी, धरमपुर, विसायकपुर, कटरी ख्योरा, कटरी लुधवाखेड़ा, लक्ष्मीखेड़ा, सरजूपुरवा, कटरी डोमनपुर, शंकरपुर सराय समेत अन्य गांव प्रभावित होते हैं।
कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम तैयार
बाढ़ को लेकर कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम तैयार कर दिया गया है। इसमें आने वाली शिकायतों पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा। राहत शिविरों के इंचार्ज और विभागों को दिशा निर्देश भी यहां से जारी किए जाएंगे।
प्रमुख निर्देश जारी
- आपदा की स्थिति में राहत का कार्य
- आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति
- संक्रामक बीमारियों से निपटने की तैयारी
- बिजली की निर्बाध सप्लाई
- जलभराव से जलनिकासी की व्यवस्था
पांडु में सचेंडी से बिधनू तक अतिक्रमण
एसडीएम सदर अमित कुमार ने सिंचाई विभाग के एक्सईएन के साथ पांडु नदी का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि सचेंडी से बिधनू तक 120 जगह अतिक्रमण है, कब्जेदारों को जगह खाली करने का नोटिस जारी किया गया है।
गंगा चेतावनी बिंदु से 64 सेंटीमीटर दूर
बारिश के साथ ही अब गंगा का जलस्तर भी तेजी से बढऩे लगा है। बुधवार को गंगा का जलस्तर बैराज पर 112.36 मीटर पहुंच गया है। चेतावनी बिंदु से सिर्फ 64 सेंटीमीटर दूर है। वहीं, बैराज के 30 गेट में आठ गेट खोल दिए गए है। बैराज में अपस्ट्रीम में तेजी से गंगा का जलस्तर बढऩे पर सिंचाई विभाग ने डाउन स्ट्रीम की तरफ बुधवार को जल जाने के लिए बने 30 गेट में आठ खोल दिए गए। अभी चार ही खुले थे। घाटों की तरफ तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है।
जलकल ने हटाई ड्रेजिंग मशीन
भैरोघाट पंपिंग स्टेशन के पास जलस्तर बढऩे के साथ ही जलकल विभाग ने ड्रेजिंग मशीन किनारे कर दी, ताकि पिछले साल की तरह ड्रेजिंग मशीन बह न जाए। भैरोघाट पर पंपिंग स्टेशन 359 फीट पहुंच गया है।
गंगा की स्थिति
गंगा का जलस्तर -112.36 मीटर
चेतावनी बिंदु - 113 मीटर
खतरे का निशान - 114 मीटर
नरौरा बांध से जल छोड़ा - 1727 क्यूसिक लीटर
बैराज से डाउन स्ट्रीम की तरफ जल छोड़ा - 8502 क्यूसिक लीटर