धान की बोरियों में आग लगाने की घटना के बाद क्षेत्रीय खाद्य विपणन अधिकारी के निलंबन की संस्तुति
जिला खाद्य विपणन अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई एक हफ्ते बाद भी जब धान नहीं खरीदा गया तो किसान ने गुरुवार को धान की बोरियों में आग लगा दी थी लोगों ने आग पर काबू पा लिया।
कानपुर, जेएनएन। चौबेपुर स्थित विपणन विभाग के धान खरीद केंद्र पर धान खरीद न होने पर बोरियों में आग लगाए जाने की घटना के मामले में क्षेत्रीय खाद्य विपणन अधिकारी एवं केंद्र प्रभारी अर्जुन पाठक को निलंबित और जिला खाद्य विपणन अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की संस्तुति डीएम ने की है।
विपणन विभाग का चौबेपुर में धान खरीद केंद्र है। इस केंद्र पर खरगपुर निवासी किसान नागेंद्र ङ्क्षसह को 50 ङ्क्षक्वटल धान बेचना था। 28 दिसंबर को नागेंद्र धान लेकर पहुंचा था, लेकिन केंद्र प्रभारी एवं क्षेत्रीय खाद्य विपणन अधिकारी ने एक हफ्ते बाद आने के लिए था। एक हफ्ते बाद भी जब धान नहीं खरीदा गया तो किसान ने धान की बोरियों में आग लगा दी। हालांकि लोगों ने आग पर काबू पा लिया। इससे धान जलने से बच गया। साथ ही पूरी रात वहां किसानों के धान की खरीद की गई।
यह मामला संज्ञान में आने के बाद शासन से भी जिलाधिकारी आलोक तिवारी से जानकारी मांगी गई। बताते हैं कि प्रधानमंत्री कार्यालय से भी डीएम को फोन कर मामले की जानकारी ली गई और उचित कार्रवाई के लिए कहा गया। उधर जिला खाद्य विपणन अधिकारी संतोष यादव ने क्रय केंद्र पहुंचकर किसानों के बयान दर्ज किए। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि धान नरेंद्र का नहीं था और नरेंद्र ने आग नहीं लगाई है। वहां काम करने वाले ठेकेदार के पूर्व पल्लेदार द्वारा आग लगाई गई। चौबेपुर पुलिस ने धान की बोरियों में आग लगाने वाले व्यक्ति को शांतिभंग की धारा में पाबंद किया है। उधर डीएम आलोक तिवारी ने क्षेत्रीय खाद्य विपणन अधिकारी के निलंबन और जिला खाद्य विपणन अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की संस्तुति खाद्य आयुक्त को की है।
इनका ये है कहना
धान की बोरियों में आग लगाने की घटना को गंभीरता से लिया गया है। क्षेत्रीय खाद्य विपणन अधिकारी के निलंबन और जिला खाद्य विपणन अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है।
-आलोक तिवारी, डीएम