अलविदा-ओ-अलविदा या शहर रमजान गूंजा
जागरण संवाददाता, कानपुर : देवबंदी मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गई। पेशइमाम ने जब अलविदा ओ अलवि
जागरण संवाददाता, कानपुर : देवबंदी मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गई। पेशइमाम ने जब अलविदा ओ अलविदा या शहर रमजान खुतबा पढ़ा तो लोगों के आंसू छलक उठे।
शुक्रवार को मदरसा इशाअतुल उलूम मस्जिद कुलीबाजार में शहरकाजी मौलाना हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी ने अल्लाह की बारगाह से दुआ की कि अगले साल भी सभी को रमजान शरीफ मिले ताकि अल्लाह को राजी करके अपने गुनाह लोग माफ करा सकें। इसी तरह हलीम प्राइमरी मस्जिद में मौलाना कारी मोहम्मद अमीन ने अमन की दुआ कराई और कहा कि रमजान की तरह हमेशा मस्जिदों को आबाद रखें।
जामा मस्जिद अशरफाबाद जाजमऊ में शहरकाजी मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा कासमी ने कहा रमज़ान खत्म के करीब आ गया, एक सप्ताह से भी कम समय बचा है। रोज़ा, तरावीह, नमाज़, सदक़ात, जि़क्र, तौबा, इस्तेग़फार के साथ रोज़ाना नमाज़ों में इफ्तार व सेहरी के समय विशेष रूप से शबेकद्र में खूब गिड़गिड़ाकर दुआ मागे। इसी तरह शहर की देवबंदी मस्जिदों में अलविदा की नमाज हुई। पेशइमाम ने अलविदा का विशेष खुतबा पढ़ा तो ये सोचकर लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए कि पता नहीं अगले वर्ष रमजान का ये पाक महीना उन्हें मिलेगा या नहीं। 14 जून को चांद हुआ तो क्या होगा
देवबंदी 17 मई से रोजा रख रहे हैं, उनके हिसाब से 14 जून को 29 रमजान होगा। यदि 14 जून को चांद दिखाई दिया तो 15 जून जुमा को ईद हो जाएगी। चांद सार्वजनिक तौर पर दिखा तो बरेलवी को भी ये चांद मानना होगा।
बरेलवी हजरात 18 मई से रोजा रख रहे हैं, उनके हिसाब से 15 जून को 29 रमजान है। इस लिहाज से वह 15 जून को अलविदा की नमाज पढ़ेंगे, लेकिन 14 जून को चांद हो गया तो जुमा की ईद हो जाएगी, ऐसे में बरेलवी अलविदा की नमाज कैसे पढ़ेंगे। ये एक बड़ा सवाल है।
14 जून को कतई चांद नहीं होगा
17 मई को अपने प्रदेश में कहीं चांद नहीं दिखाई दिया। जबरन वाट्सएप पर चांद निकाल दिया। इस लिहाज से 14 जून को चांद हो ही नहीं सकता क्योंकि उस दिन 28 वां रोजा होगा।
मौलाना आलम रजा खां नूरी, शहरकाजी (बरेलवी)
14 जून को चांद देखा जाएगा
14 जून को 29वां रोजा है, ऐसे में चांद देखने की व्यवस्था होगी, चांद निकल आया तो जुमा को भी ईद हो सकती है।
-मौलाना मतीनुल हक ओसामा कासिमी, शहरकाजी (देवबंदी)