2025 तक दुनिया का सबसे युवा देश होगा भारत : राम नाईक
महिला महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण होना गलत।
By AbhishekEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 05:21 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 11:33 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। भारत की युवा शक्ति अपनी मेहनत और ज्ञान के दम पर विदेशों तक छाप छोड़ रही है। अर्थशास्त्रियों का यह मानना है कि 2025 तक भारत सर्वाधिक युवाओं वाला देश होगा। यह बात शुक्रवार को राज्यपाल रामनाईक ने कही। वे किदवईनगर स्थित महिला महाविद्यालय के पांचवें दीक्षा समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि भारत को विश्व गुरू बनाने में युवाओं की मेधा महत्वपूर्ण होगी। बस इसका उपयोग सही तरीके से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षित तो आतंकवादी भी होते हैं, पर वह तमाम कारणों से गलत राह पर चले जाते हैं। शिक्षा में व्यापार बढ़ रहा है। युवाओं को इससे बचना है।
नकल विरोधी मुहिम का हो रहा असर
राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि पिछले साल 26 विश्वविद्यालयों में कुल 15.60 लाख छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गई थीं। इस साल यह आंकड़ा कम होकर 12.79 लाख पर पहुंच गया। यह विश्वविद्यालयों में छेड़ी गई नकल विरोधी मुहिम का असर है।
48 छात्राओं को मिले पदक
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने 48 छात्राओं को विभिन्न वर्गों में पदक सौपें। साथ ही 1000 से ज्यादा छात्राओं को उपाधियां दी गईं। इस दौरान उन्होंने दीक्षा समारोह की स्मारिका व छह प्रवक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने छात्राओं को छात्र धर्म न छोडऩे की सलाह दी। साथ ही यहां सभागार का उद्घाटन भी किया।
दूर की जाएगी शिक्षकों की कमी
दीक्षा समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि शिक्षा से ही देश का भविष्य उज्ज्वल होगा। अधिक से अधिक लोग शिक्षित हों इसके लिए सरकार काम कर रही है। नए सत्र में शिक्षकों की कमी भी दूर की जाएगी। पुलिस द्वारा धड़ाधड़ किए गए एनकाउंटर पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई नोटिस पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना कहा कि एनकाउंटर पुलिस का काम है।
राज्यपाल ने कहा कि भारत को विश्व गुरू बनाने में युवाओं की मेधा महत्वपूर्ण होगी। बस इसका उपयोग सही तरीके से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षित तो आतंकवादी भी होते हैं, पर वह तमाम कारणों से गलत राह पर चले जाते हैं। शिक्षा में व्यापार बढ़ रहा है। युवाओं को इससे बचना है।
नकल विरोधी मुहिम का हो रहा असर
राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि पिछले साल 26 विश्वविद्यालयों में कुल 15.60 लाख छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गई थीं। इस साल यह आंकड़ा कम होकर 12.79 लाख पर पहुंच गया। यह विश्वविद्यालयों में छेड़ी गई नकल विरोधी मुहिम का असर है।
48 छात्राओं को मिले पदक
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने 48 छात्राओं को विभिन्न वर्गों में पदक सौपें। साथ ही 1000 से ज्यादा छात्राओं को उपाधियां दी गईं। इस दौरान उन्होंने दीक्षा समारोह की स्मारिका व छह प्रवक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने छात्राओं को छात्र धर्म न छोडऩे की सलाह दी। साथ ही यहां सभागार का उद्घाटन भी किया।
दूर की जाएगी शिक्षकों की कमी
दीक्षा समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि शिक्षा से ही देश का भविष्य उज्ज्वल होगा। अधिक से अधिक लोग शिक्षित हों इसके लिए सरकार काम कर रही है। नए सत्र में शिक्षकों की कमी भी दूर की जाएगी। पुलिस द्वारा धड़ाधड़ किए गए एनकाउंटर पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई नोटिस पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना कहा कि एनकाउंटर पुलिस का काम है।
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