Kisan Mahapanchayat: हमीरपुर में राकेश टिकैत ने बुंदेलखंड के किसानों के लिए मांगा अलग पैकेज, बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया
Rakesh Tikait Kisan Mahapanchayat केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए कृषि बिल के विरोध में भाकियू के किसान काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि विरोधी आंदोलन को मजबूती देने के लिए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत महापंचायत को संबोधित करने के लिए हमीरपुर पहुंचे थे।
हमीरपुर, जेएनएन। Rakesh Tikait Kisan Mahapanchayat नगर की कृषि उत्पादन मंडी समिति में किसान यूनियन द्वारा आयोजित किसान महापंचायत में राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत [Rakesh Tikait] ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कृषि बिल को किसान विरोधी बताते हुए बुंदेलखंड के किसानों को अलग पैकेज देने के अलावा यहां की बेरोजगारी पर चर्चा की। महापंचायत के दौरान टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकार काे धर्म के नाम पर राजनीति करने की नसीहत दी। रविवार को महापंचायत में जिले के सुदूर क्षेत्रों से हजारों की संख्या में किसान व आमजन पहुंचे थे।
बुंदेलखंड के युवाओं से कही यह बात: भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा किसानों पर थोपे गए तीन कानून उनके हित में कहीं से भी नहीं है। इसके लिए वे लंबे समय से लड़ाई कर रहे हैं। इसके चलते दिल्ली व उसके आसपास हजारों किसानों द्वारा अनवरत धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्हाेंने कहा कि बुंदेलखंड में बेरोजगारी का आलम यह है कि यहां का नौजवान काम की तलाश में पलायन को मजबूर है। जबकि बुंदेलखंड में सबसे अधिक खनिज संपदा है और उसके बावजूद बुंदेलखंडवासी बदतर जीवन गुजार रहे हैं। युवाओं से उन्होंने घरों से निकलने और फसलों-नस्लों को बचाने की बात कही। टिकैत बाेले कि अगर नौजवान आज अगर घर से न निकले तो कुछ समय बाद वह पूंजीपतियों के यहां निराई-गुड़ाई करते नजर आएंगे। इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड को अलग पैकेज दिए जाने की मांग की।
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निजीकरण को भी किया रेखांकित: प्राइवेटाइजेशन को लेकर भाकियू प्रवक्ता बोले कि लालकिला सरकार का नहीं है, दो दिनों के लिए इसे किराए पर डालमिया से लिया जाता है। जिस दिन हमें दिल्ली पर कब्जा करना होगा तो लाल किले पर नहीं पार्लियामेंट पर कब्जा करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार केवल देश की संपत्तियों को बेचने पर तुली हुई है और धर्म के नाम पर राजनीति चमका रही है। सरकार ये न भूले कि भगवान राम हमारे हैं और हम उनके वंशज हैं। सरकार ने वादा किया था कि 2022 में किसानों के अनाज का मूल्य दोगुना कर दिया जाएगा। अब 2022 आने वाला है, देखते हैं कि सरकार इस मामले में क्या करती है।
किसानों के हित में सोचे सरकार: राकेश टिकैत का कहना था कि जब तक सरकार तीनों कानून वापस लेकर किसानों के हित में उनके साथ नहीं खड़ी होती, तब तक उनका धरना प्रदर्शन लगातार चलता रहेगा। किसान महापंचायत की अध्यक्षता करते हुए बसपा सरकार के पूर्व मंत्री बशीरुद्दीन ने मौजूदा सरकार को किसान विरोधी बताते हुए उसकी कमियां गिनाईं। कार्यक्रम का संचालन सपा के पूर्व महासचिव रईस अहमद ने किया। वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बुंदेलखंड में किसानों की सबसे बड़ी समस्या निराश्रित गोवंश बताया। कहा कहीं भी गोशाला नहीं बनी। मात्र तारबाड़ी कर गोवंश को मरने के लिए बंद किया जाता है।
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यह भी रहे मौजूद: महापंचायत में चौधरी बलराम सिंह, केतकी सिंह प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ, बैजनाथ अवस्थी मंडल अध्यक्ष, बल्ली त्यागी जिला अध्यक्ष हापुड़, गुड्डी रावत जिला अध्यक्ष उन्नाव, रामपाल राजपूत बुंदेलखंड महासचिव, विशेखा राजपूत जिला अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ, सीताराम विश्वकर्मा, कबीरुद्दीन, किरण राजपूत व बल्लू चौधरी के अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी राजेश सिंह, जिला अध्यक्ष निरंजन सिंह राजपूत व जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद रजा उर्फ श्रीनाथ ने अपने संबोधन में सरकार काे किसानों व व्यापारियों का विरोधी बताया। इसके अलावा राकेश टिकैत के हाथ को मजबूत करने की अपील की।