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Raj Kundra Case: कानपुर की हर्षिता के बंद बैंक खाते को कराया एक्टिव, हर माह दस लाख से जमा हुए 2.36 करोड़

पोर्न एप केस में फंसे अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा का प्रोडक्शन हाउस चलाने वाले कानपुर के अरविंद श्रीवास्तव की पत्नी के बैंक खाते को पहले चालू कराया गया और फिर हर माह दस-दस लाख रुपये जमा कराए जाते रहे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 02:54 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 02:54 PM (IST)
Raj Kundra Case: कानपुर की हर्षिता के बंद बैंक खाते को कराया एक्टिव, हर माह दस लाख से जमा हुए 2.36 करोड़
पोर्न एप मामले में आरोपित है कानपुर का आरविंद।

कानपुर, जेएनएन। उद्योगपति और फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा का प्रोडक्शन हाउस चलाने वाले अरविंद श्रीवास्तव ने पोर्न फिल्मों की काली कमाई खपाने के लिए अपनी पत्नी हर्षिता श्रीवास्तव के निष्क्रिय बैंक खाते को सक्रिय कराया था। पांच साल पहले पर्याप्त बैलेंस और लगातार संचालन न होने से निष्क्रिय घोषित खाते में अब 2.36 करोड़ रुपये हैं। पहले 50-50 हजार रुपये खाते में डाले गए। 2019 से इसमें नियमित रूप से 10-10 लाख रुपये प्रतिमाह आने लगे।

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बर्रा-8 में अरविंद की पत्नी हर्षिता का मायका

पोर्न एप को लेकर चर्चा में आए राज कुंद्रा के करीबी सहयोगी कानपुर में श्याम नगर निवासी अरविंद की पत्नी हर्षिता का मायका बर्रा आठ के ए-18, एमआइजी-1 में है। हर्षिता ने शादी के 14 वर्ष बाद अपनी मां नीरजा के साथ 2015 में संयुक्त बचत खाता बर्रा आठ स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा में खोला था। इसी बैंक में उसका लाकर भी है। खाता खुलने के बाद न तो उसमें ज्यादा रकम आई न ही लाकर का किराया चुकाया गया। कम बैलेंस और नियमित संचालन न होने से बैंक ने पांच अक्टूबर 2016 को इस खाते को निष्क्रिय घोषित कर दिया। तब खाते में सिर्फ एक हजार रुपये ही पड़े थे। दो माह यह खाता निष्क्रिय रहा।

केवाइसी देकर खाता कराया सक्रिय

13 दिसंबर 2016 को अरविंद ने रुपये जमा कर और केवाइसी देकर खाते को दोबारा सक्रिय कराया। रुपये जमा होते ही लाकर का तीन हजार किराया भी उसमें से कट गया। हर्षिता का यह स्माल साइज का लाकर है। इसके बाद कुछ माह तो थोड़े-थोड़े रुपये आते रहे, लेकिन उसके बाद यूपीआइ भुगतान के जरिए 50-50 हजार रुपये आने शुरू हो गए। 2019 में रुपये आने की रफ्तार बढ़ी। उस समय से इस खाते में नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड्स ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिए 10-10 लाख रुपये प्रतिमाह आने लगे। हर्षिता के खाते में सबसे ज्यादा 12 लाख रुपये एक बार में आए। कई बार तो एक-एक सप्ताह के अंदर ही ये रकम भेजी गई। ज्यादातर रुपये अरविंद श्रीवास्तव ने ही भेजे।

चार साल में ढाई करोड़ रुपये

खाता दोबारा सक्रिय किए जाने के बाद लगभग चार वर्ष में ढाई करोड़ रुपये आए, लेकिन इसमें से करीब 14 लाख रुपये ही निकाले गए। 2017 में जब खाते में रुपये आने की रफ्तार तेज हुई तो हर्षिता ने 10 लाख रुपये की एक एफडी भी कराई थी। मुंबई क्राइस ब्रांच इस खाते को होल्ड पर डाल चुकी है। इसमें 2,36,01,620 रुपये जमा हैं। हर्षिता की मां नीरजा का कहना है कि उन्हें खाते में जमा रुपयों को लेकर कुछ भी मालूम नहीं है।

जनवरी में पिता के खाते में पांच दिन में आए दस लाख रुपये

अरविंद श्रीवास्तव के पिता नर्वदा प्रसाद श्रीवास्तव के बैंक खाते में इसी वर्ष जनवरी में पांच दिन के अंतराल में दो बार पांच-पांच लाख रुपये आए थे। इसमें से पांच लाख रुपये उन्होंने एक सप्ताह के अंदर ही निकाल लिए थे, लेकिन दूसरी बार आए रुपये नहीं निकाल सके। कारण, मुंबई की क्राइम ब्रांच ने खाते को होल्ड कर दिया था। नर्वदा प्रसाद के स्टेट बैंक आफ इंडिया में तीन खाते हैं, जिनमें दो कानपुर व एक वाराणसी मेें है।

पिता बोले-कोरोना से बीमार होने पर बेटे से मंगाए रुपये

श्याम नगर के डी ब्लाक में सावित्री अपार्टमेंट में रहने वाले नर्वदा प्रसाद श्रीवास्तव ने रविवार को कहा था कि अप्रैल में कोरोना से बीमार होने पर उन्होंने बेटे से पांच लाख रुपये मंगाए थे, लेकिन यह रुपये वह निकाल नहीं सके। बैंक अधिकारियों के मुताबिक, इस वर्ष की शुरुआत में उनके बैंक खाते में दो बार पांच-पांच लाख रुपये आए। पहली बार दो जनवरी को पांच लाख रुपये आए।

इसके बाद छह जनवरी को फिर पांच लाख रुपये आए। आठ जनवरी को उन्होंने पांच लाख रुपये निकाल लिए थे। इसके बाद उनके खाते में 5,68,383 रुपये बचे, जो खाते को होल्ड पर किए जाने की वजह से वे नहीं निकाल सके। उनका एक और बचत खाता वाराणसी में स्टेट बैंक की मुख्य ब्रांच में है, जिसमें 1.18 लाख रुपये हैं। वहीं कानपुर की छावनी स्थित शाखा में पब्लिक प्राविडेंट फंड (पीपीएफ) खाते में 11.41 लाख रुपये हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इस खाते को सीज या होल्ड पर नहीं किया जा सकता।


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