Solar Energy Day: सोलर एनर्जी से हर साल 118 करोड़ रुपये बचा रहा रेलवे, 11 मेगावाट से रोशन हो रहे 338 स्टेशन
अधिकारी बताते हैं कि सेंट्रल स्टेशन पर भी करीब 20 फीसद बिजली का हिस्सा सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। भविष्य में इसे शत प्रतिशत करने की योजना है इसके लिए रेलवे की खाली पड़ी जमीनों को भी चिंहित किया जा रहा है।
कानपुर,जेएनएन। सौर ऊर्जा को लेकर सभी विभाग काम कर रहे हैं हालांकि रेलवे इसे लेकर ज्यादा गंभीर है। सौर ऊर्जा के प्रयोग से हर साल उत्तर मध्य रेलवे 118 करोड़ रुपये की बचत कर रहा है। इसी क्रम में सेंट्रल स्टेशन में भी अधिकतर विभागों में सौर ऊर्जा से बिजली दी जा रही है। मेमू शेड में भी 75किलोवाट का संयंत्र लगाकर यहां कि बिजली की अधिकतर जरूरतों को पूरा किया जाएगा। रेलवे स्टेशन, लोको शेड, अस्पताल, न्यू कोचिंग काम्प्लेक्स, लोको केबिन, सभी कारखाने सभी मे सौर ऊर्जा का प्रयोग कर बिजली की बचत हो रही है। सेंट्रल स्टेशन के साथ ही उत्तर मध्य रेलवे के 300 से ज्यादा स्टेशन और 250 से ज्यादा सेवा भवन में सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जा रहा है।
अधिकारी बताते हैं कि सेंट्रल स्टेशन पर भी करीब 20 फीसद बिजली का हिस्सा सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। भविष्य में इसे शत प्रतिशत करने की योजना है इसके लिए रेलवे की खाली पड़ी जमीनों को भी चिंहित किया जा रहा है। खाली जमीनों पर सोलर पैनल लगाकर रेलवे के समस्त कार्यालय व भवनों में सौर ऊर्जा की बिजली प्रयोग की जाएगी।
उत्तर मध्य रेलवे में सौर ऊर्जा एक नजर में
11 मेगवाट के संयंत्र लगाए जा चुके हैं
338 छोटे बड़े रेलवे स्टेशन
265 सेवा भवन
24958 रेलवे क्वार्टर में एलईडी लगाए
1200 यात्री कोच में एलईडी लगाए
1320 एसी तीन स्टार व उससे उच्च रेटिंग के लगाए गए
640 इनर्जी एफीशिएंट पंप
इनका ये है कहना
रेलवे बिजली बचाने के लिए अधिक से अधिक सौर ऊर्जा का प्रयोग कर रहा है। आने वाले समय में कई छोटे स्टेशनों पर शत प्रतिशत सौर ऊर्जा से ही बिजली जलाने का लक्ष्य है।
अमित मालवीय, जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज मंडल