सर्विस रिवाल्वर से गोली चलने से जीआरपी दारोगा हुए घायल, खुदकशी के प्रयास की आशंका
कानपुर-झांसी रेल रूट के उरई जीआरपी थाने के बैरक में हुई घटना। एसपी ने घायल दारोगा के बयान दर्ज किये।
By AbhishekEdited By: Published: Tue, 11 Dec 2018 12:05 PM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 12:05 PM (IST)
जालौन, जेएनएन। कानपुर-झांसी रेल रूट के राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के उरई थाने में तैनात सबइंस्पेक्टर सोमवार आधी रात के बाद संदिग्ध हालात में खुद की सर्विस रिवाल्वर से चली गोली से गंभीर रूप से जख्मी हो गए। नाजुक हालत में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर अस्पताल रेफर किया गया है। रेलवे एसपी ने जिला अस्पताल पहुंचकर दारोगा का बयान दर्ज किया। आशंका है कि पारिवारिक कलह में दारोगा ने खुद को गोली मारकर जान देने का प्रयास किया है।
कानपुर-झांसी रेल खंड के जीआरपी उरई थाने में तैनात औरैया निवासी उपनिरीक्षक मोहित दुबे (28) बैरक में रहते हैं। सोमवार देर रात लगभग पौने एक बजे बैरक के अंदर अचानक सर्विस रिवाल्वर से चली गोली से मोहित जख्मी हो गए। इधर रात में पुष्पक एक्सप्रेस के कालपी पहुंचने पर चेकिंग के लिए जीआरपी थानाध्यक्ष बृजमोहन सैनी निकले और मोहित को भी बुलवाने को कहा। इसपर सिपाही पवन शिवहरेजैसे ही बैरक में पहुंचा तो मोहित को खून से लथपथ पड़ा देखकर वह सन्न रह गया। जानकारी होते ही थानाध्यक्ष तत्काल मोहित को जिला अस्पताल ले गए और घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। झांसी से जीआरपी एसपी प्रताप नारायण मिश्रा ने जिला अस्पताल पहुंच कर दारोगा के बयान दर्ज किए।
जीआरपी सूत्रों के अनुसार बयान में मोहित ने बताया है कि पारिवारिक कारणों से वह परेशान था, जिसके चलते उसने यह कदम उठा लिया। कुछ दिनों पहले ही मोहित की रिंग सेरेमनी हुई है। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे कानपुर भेजा गया, यहां से उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया है। रेलवे एसपी प्रताप नारायण मिश्र ने बताया कि किन परिस्थितियों में दारोगा को गोली लगी है, इसकी जांच की जा रही है।
कानपुर-झांसी रेल खंड के जीआरपी उरई थाने में तैनात औरैया निवासी उपनिरीक्षक मोहित दुबे (28) बैरक में रहते हैं। सोमवार देर रात लगभग पौने एक बजे बैरक के अंदर अचानक सर्विस रिवाल्वर से चली गोली से मोहित जख्मी हो गए। इधर रात में पुष्पक एक्सप्रेस के कालपी पहुंचने पर चेकिंग के लिए जीआरपी थानाध्यक्ष बृजमोहन सैनी निकले और मोहित को भी बुलवाने को कहा। इसपर सिपाही पवन शिवहरेजैसे ही बैरक में पहुंचा तो मोहित को खून से लथपथ पड़ा देखकर वह सन्न रह गया। जानकारी होते ही थानाध्यक्ष तत्काल मोहित को जिला अस्पताल ले गए और घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। झांसी से जीआरपी एसपी प्रताप नारायण मिश्रा ने जिला अस्पताल पहुंच कर दारोगा के बयान दर्ज किए।
जीआरपी सूत्रों के अनुसार बयान में मोहित ने बताया है कि पारिवारिक कारणों से वह परेशान था, जिसके चलते उसने यह कदम उठा लिया। कुछ दिनों पहले ही मोहित की रिंग सेरेमनी हुई है। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे कानपुर भेजा गया, यहां से उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया है। रेलवे एसपी प्रताप नारायण मिश्र ने बताया कि किन परिस्थितियों में दारोगा को गोली लगी है, इसकी जांच की जा रही है।
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