रेलवे कर्मचारियों को मिलने लगी मदद
फ्रंट लाइन में रहने वाले रेलवे कर्मचारी बड़ी संख्या में संक्रमित हैं उन्हें राहत मिलने लगी है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : फ्रंट लाइन में रहने वाले रेलवे कर्मचारी बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल पा रही थी। दैनिक जागरण में रविवार को समाचार प्रकाशित होने के बाद उन्हें मदद मिलना शुरू हो गया है। हेल्पलाइन नंबर पर जारी कर दिया गया है। जल्द ही आइसोलेशन के लिए रेलवे अस्पताल भी शुरू करेगा।
कानपुर सेंट्रल पर कार्यरत रेलवे के डिप्टी सीआइटी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उनका ऑक्सीजन स्तर भी गिरने लगा। स्वजन ने रेलवे कर्मचारियों की मदद के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर 9369101354 पर कॉल की। उन्हें जिला प्रशासन से बात कर तत्काल मदद दिलायी गई और हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी तरह लोको पायलट भी संक्रमित होने के बाद आइसोलेट थे। उन्हें भी हेल्पलाइन नंबर की मदद से एसआइएस कल्याणपुर में भर्ती कराया गया। महिला रेलवे कर्मचारी समेत तीन लोगों को ऑक्सीजन मुहैया करायी गई। डिप्टी सीटीएम हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि रविवार को सात रेलवे कर्मचारियों की मदद हेल्पलाइन नंबर के जरिये की गई है।
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मंडलीय चिकित्सालय को लेवल दो का दर्जा देने की मांग
रेलवे में संक्रमितों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इसे लेकर नार्थ सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज संघ के मंडल अध्यक्ष मान सिंह ने मंडल रेल प्रबंधक को पत्र भेजकर मंडलीय चिकित्सालय को कोविड लेवल दो अस्पताल का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि संक्रमित कर्मचारियों को न तो इलाज मिल रहा है और न ही मदद जबकि रेलवे के पास खुद अपना बड़ा संसाधन है। ऐसे में रेलवे को अपने संसाधनों का प्रयोग कर्मचारियों के लिए करना चाहिए।