दादानगर क्रासिग पर समानांतर ओवरब्रिज को रेलवे की मंजूरी
दादानगर क्रासिग बंद होने पर वाहन सवारों को अब घंटों इंतजार नहीं करना पडे़गा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : दादानगर क्रासिग बंद होने पर वाहन सवारों को अब घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यहां जाम से निजात दिलाने के लिए दो लेन का समानांतर ओवरब्रिज बनाया जाएगा। रेलवे बोर्ड से इस पुल के लिए वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। रेलवे की ओर से 11.75 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। 750 मीटर लंबे ओवरब्रिज निर्माण के लिए नए सिरे से एस्टीमेट बनेगा। 2015 में जब इस प्रोजेक्ट को शासन से सैद्धांतिक सहमति मिली थी तब इसकी लागत 63 करोड़ रुपये थी। इसके बन जाने से विजय नगर से सीटीआइ की ओर जाना आसान होगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर दैनिक जागरण लगातार खबरें प्रकाशित करता रहा है।
दादानगर रेलवे क्रासिग पर एक टू लेन पुल बना है, जो वन वे है। सीटीआइ की ओर से आने वाले लोग विजय नगर की ओर आते हैं, जबकि विजय नगर की ओर से जाने वालों को क्रासिग पार कर जाना होता है। क्रासिग के बार-बार बंद होने से वहां जाम लगता है। यहां पर समानांतर ओवरब्रिज बनाने की मांग वर्षों से की जा रही थी। 2015 में उप्र सेतु निर्माण निगम ने प्रस्ताव बनाकर भेजा था। तब शासन से सैद्धांतिक सहमति मिलने पर प्रस्ताव रेलवे को भेज दिया गया था, लेकिन रेलवे बोर्ड से प्रोजेक्ट मंजूर न होने से मामला अटका ा। अब इसे मंजूरी मिल गई है। ऐसे में सेतु निगम नया एस्टीमेट शासन को भेजेगा और वहां से हरी झंडी मिलते ही निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया होगी। कोशिश होगी कि दो माह के अंदर ही एस्टीमेट भेज दिया जाए।
खत्म हो जाएगी जाम की समस्या
दादानगर क्रासिग पर लगने वाले जाम की समस्या को देखते हुए क्रासिग पर दो लेन का ओवरब्रिज बनाया गया था। उम्मीद थी कि जाम की समस्या खत्म हो जाएगी, पर समय से साथ आबादी बढ़ती गई और अब फजलगंज से बर्रा की तरफ जाने वाली क्रासिग पर भीषण जाम लगता है। इससे बचने के लिए दोपहिया वाहन सवार लेबर कालोनी से व बड़े वाहन औद्योगिक क्षेत्र से घूमकर बर्रा होते हुए कानपुर-इटावा हाईवे की सर्विस रोड पर पहुंचते हैं। इन रास्तों से वाहन सवारों को कम से कम दो से तीन किमी का चक्कर लगाना पड़ता है। रेलवे के इंजीनियर जावेद अख्तर ने बताया कि रेलवे बोर्ड की बैठक में वित्तीय मंजूरी मिल गई है। बजट भी जारी हो गया है।
कानपुर-हमीरपुर हाईवे भी जाना होगा आसान
शास्त्रीनगर, डबल पुलिया, रावतपुर गांव, अर्मापुर, विजयनगर सहित अन्य क्षेत्रों के लोग कानपुर-हमीरपुर हाईवे पर जाते हैं तो दादानगर क्रासिग पर फंसना पड़ता है। पुल बनने के बाद लोग बर्रा आठ से आनंद साउथ सिटी, वनपुरवा, फत्तेपुर होते हुए कानपुर-हमीरपुर हाईवे पर आ सकेंगे। इससे उन्हें नौबस्ता अंडरपास में लगने वाले जाम से निजात मिलेगी।
इन इलाके के लोगों को मिलेगा लाभ
बर्रा, गोविदनगर, सीटीआइ, रामआसरे नगर, महादेव नगर, रतनलालनगर, दबौली, गुजैनी, रविदासपुरम, वनपुरवा, दबौली वेस्ट, बर्रा विश्वबैंक, तात्याटोपे नगर।
शहरवासियों को मिला बड़ा तोहफा
विधायक सुरेंद्र मैथानी ने शास्त्री नगर स्थित अपने कार्यालय में शुक्रवार को प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि रेलवे से शहरवासियों को बड़ा तोहफा मिला है। चार बार दिल्ली जाकर तत्कालीन रेल मंत्री व अधिकारियों से मुलाकात कर पुल के निर्माण कार्य के लिए बजट जारी करने का आग्रह किया था। कहा कि पुल के बनने से उत्तर से दक्षिण क्षेत्र की कनेक्टिविटी होगी। पुल बनने से दक्षिण के लोगों का आना व जाना आसान हो जाएगा।
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दादानगर पुल का न्यूमेरिक्स
-10 लाख से अधिक आबादी को पुल बनने से मिलेगा लाभ।
-11.75 करोड़ रुपये रेलवे ने अपने हिस्से का मंजूर किया है।
-63 करोड़ रुपये का एस्टीमेट 2015 में बना था, अब फिर बनेगा।
-750 मीटर लंबा और टू लेन चौड़ा होगा दादानगर समानांतर ओवरब्रिज।
-85 करोड़ रुपये होगा नए ओवरब्रिज की अनुमानित लागत।