इटावा में बर्बरता की हद हुई पार, चोर-चोर का शोर मचा मानसिक रोगी को पीट-पीटकर मार डाला
इटावा के बसरेहर थाना क्षेत्र के सिरसा ग्राम में मंगलवार की आधी रात वारदात के बाद पुलिस पहुंच गई और जांच शुरू की। इसपर लोगों ने खुद ही अपने वाहन से गंभीर घायल रोगी को अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसकी मौत हो गई।
इटावा, जेएनएन। बसरेहर थाना क्षेत्र के ग्राम सिरसा में इंसानियत उस समय शर्मसार हो गई, जब लोगों ने चोर-चोर का शोर मचाते हुए एक मानसिक रोगी को पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया। रात में पुलिस गांव पहुंची तो असलियत पता चलने पर गांव वाले ही घायल युवक को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और जांच के बाद गैर इरादतन हत्या की कार्रवाई करने की बात कही है।
इटावा के नगला बाग थाना भरथना निवासी नाथूराम करीब दस बीघा कृषि भूमि के काश्तकार है। उनका इकलौता बेटा 43 वर्षीय नेत्रपाल मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण घर के आसपास अजीब हरकते करते हुए घूमा करता था। मंगलवार की रात वह किसी तरह भटकते हुए अपने गांव से पैदल ही सिरसा गांव तक आ गया। रात में अनजान युवक को भटकते देखकर गांव के लोगों ने उसे भैंस चोर समझ लिया। ग्रामीणों चोर चोर का शोर मचाते हुए उसे पकड़ लिया और लाठी डंडों से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी।
भीड़ की पिटाई से नेत्रपाल लहूलुहान होकर बेहोश हो गया और जमीन पर गिर पड़ा। उसकी मरणासन्न हालत देखकर लोग अपनी गाड़ी से ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसरेहर ले गए। बुधवार की सुबह सात बजे उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी पर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सोलंकी गांव में पहुंचे और पड़ताल के बाद निवर्तमान प्रधान समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। निवर्तमान प्रधान की गाड़ी को भी कब्जे में लिया गया है। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज करके गैर इरादतन हत्या की कार्रवाई की बात कही है।