कानपुर: जाम से कराह रहे जीटी रोड पर मरहम लगाएगा एलीवेटेड रोड, डीपीआर के लिए मंत्रालय करेगा कंसलटेंट नामित
जीटी रोड पर जाम बड़ी समस्या है। जरीब चौकी गुमटी कोकाकोला श्रम विभाग की क्रासिंग का फाटक बंद होने से जाम तो लगता ही है। टाटमिल अफीम कोठी चौराहा भी जाम से कराहता रहता है। इस समस्या के समाधान के लिए फोर लेन रोड बनेगी।
कानपुर, जागरण संवाददाता। गोल चौराहा से रामादेवी तक प्रस्तावित एलीवेटेड रोड की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए कंसलटेंट के नाम को अंतिम रूप सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय देगा। मंत्रालय की स्वीकृति के बाद ही एनएच पीडब्ल्यूडी कंपनी से करार करेगा और फिर सर्वे और प्रोजेक्ट रिपोर्ट का काम होगा। एनएच पीडब्ल्यूडी , यातायात पुलिस के अफसर कंसलेंट के साथ मिलकर तय करेंगे कि कहां-कहां रैंप बनेगी। सिंगल पिलर पर प्रस्तावित इस एलीवेटेड रोड के साथ ही सड़क का चौड़ीकरण भी किया जाएगा ताकि यातायात पूरी तरह से सुचारु हो जाए।
जीटी रोड पर जाम बड़ी समस्या है। जरीब चौकी, गुमटी, कोकाकोला, श्रम विभाग की क्रासिंग का फाटक बंद होने से जाम तो लगता ही है। टाटमिल, अफीम कोठी चौराहा भी जाम से कराहता रहता है। इस समस्या के समाधान के लिए ही पहले छह लेन एलीवेटेड रोड की योजना बनी थी, लेकिन इसे उपयुक्त नहीं माना गया इसलिए अब तय किया गया है कि फोर लेन रोड बनेगी। दो माह पहले एनएच पीडब्ल्यूडी ने कंसलटेंट का चयन कर लिया था। इसके बाद करार की अनुमति के लिए मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है।
अब मंत्रालय में नियम शर्तें, टेंडर की प्रक्रिया , कंपनी की स्थिति आदि का परीक्षण किया जा रहा है। यह देखा जा रहा है कि कहीं चयन में किसी तरह की गड़बड़ी तो नहीं है। आदि जांचने के बाद ही वहां से करार के लिए अनुमति दी जाएगी। अनुमति मिलते ही यहां अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता स्तर से करार किया जाएगा। तय होगा कि कंपनी कितने दिन में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके बाद सर्वे का कार्य शुरू होगा। अधिशासी अभियंता एसपी ओझा का कहना है कि जल्द ही मंत्रालय से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।